प्रयागराज महाकुंभ: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के शिविर में मंत्रोंच्चार के बीच भूमिपूजन

प्रयागराज महाकुंभ: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के शिविर में मंत्रोंच्चार के बीच भूमिपूजन

प्रयागराज महाकुंभ: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के शिविर में मंत्रोंच्चार के बीच भूमिपूजन

प्रयागराज,06 दिसम्बर। प्रयागराज महाकुंभ की तैयारियां संतों और अखाड़ों के साथ शंकराचार्य शिविर में भी युद्ध स्तर पर चल रही है। मार्गशीर्ष (अगहन) माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि शुक्रवार को प्रयागराज संगम तट के समीप ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के शिविर में वैदिक मंत्रोंच्चार के बीच भूमिपूजन किया गया। प्रातः शुभ मुहूर्त में पं. गंगाप्रसाद शुक्ल के आचार्यत्व में 21 ब्राह्मणों ने मोरी मार्ग के दक्षिण पट्टी में आदिशंकराचार्य भगवान द्वारा स्थापित चार आम्नाय शांकर पीठ में से ज्योतिष्पीठ और द्वारकापीठ के शिविर में भूमि पूजन ब्रह्मचारी शंकर स्वरूप की देखरेख में किया। यह जानकारी वाराणसी केदारघाट स्थित श्री विद्यामठ के मीडिया प्रभारी संजय पांडेय ने दी। उन्होंने बताया कि शिविर में पूरे महाकुंभ की अवधि में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के सानिध्य में विविध धार्मिक अनुष्ठान यज्ञ होंगे।

द्वारकापीठ के शिविर प्रभारी श्रीधरानन्द ब्रह्मचारी ने बताया कि उत्तम मुहूर्त में पूजा करके कार्य आरम्भ कर दिया गया है। द्वारकापीठ के शिविर में पूरे पर्व के दौरान अनेंको धार्मिक अनुष्ठान, प्रवचन होंगे। द्वारकापीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानन्द सरस्वती महाराज के दर्शन का लाभ सबको मिलेगा। ज्योतिष्पीठ शिविर के कुम्भ मेला प्रभारी मुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी ने बताया कि 100 करोड से अधिक सनातन धर्मियों के लिए ये सबसे बडा पर्व है। इस महापर्व पर शंकराचार्य के सान्निध्य पूरे मास धार्मिक विषयों पर निर्णय के ​लिए परम धर्मसंसद् के अनेकों सत्र होंगे। जिसमें सभी धार्मिक सम सामयिक विषयों पर शंकराचार्य महाराज अपना निर्णय सुनाएंगे। भूमि पूजन के कार्यक्रम में स्वामी विद्याचैतन्य,स्वामी विचित्रानन्द,अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी,उप मेलाधिकारी विवेक शुक्ल,संजय ममगाई जोनल अधिकारी,लवकुश महाराज आदि की मौजूदगी रही।