कांग्रेस सरकार के आपातकाल की यातनाएं याद आते ही लोग सिहर जाते हैं : ओंकारनाथ केसरी
कांग्रेस लोकतंत्र की बात करती है तो देश हंसता है : विभवनाथ भारती
प्रयागराज, 25 जून । 25 जून 1975 की रात लोकतंत्र का गला घोंटने वाली विभिषिका की रात बनकर रह गई है। इसकी विभिषिका झेलने वाले व्यक्ति इंदिरा गांधी की कांग्रेस सरकार के वह दिन याद आते ही सिहर जाते हैं। जहां रातों-रात देश के नेताओं को सलाखों के अंदर डाल दिया गया। सुबह अखबारों में एक समाचार तक प्रकाशित नहीं हुए। आकाशवाणी में सब कुछ ठीक होने की फर्जी घोषणाएं होती रहीं। कांग्रेस सरकार की ऐसे आपातकाल को देश कभी भूल नहीं सकता।
यह बातें भाजपा यमुनापार की ओर से आयोजित आपातकाल पर कार्यक्रम में बाेलते हुए मुख्य वक्ता जिला प्रभारी ओंकार नाथ केसरी ने कही। उन्होंने कहा कि आज विपक्षी बिहार में एक साथ बैठक करते हैं, प्रधानमंत्री मोदी को गाली देते हैं और विदेशों में जाकर कहते हैं कि भारत में लोकतंत्र ही नहीं है। अगर भारत में लोकतंत्र नहीं होता तो न विपक्षी एकत्रित हो पाते और न ही मोदी को गाली दे पाते।
उन्होंने कहा कि भाजपा सबको साथ लेकर चलने वाली पार्टी है। पार्टी का मूलमंत्र ही है सबका-साथ, सबका-विकास, सबका-विश्वास व सबका-प्रयास। भाजपा सरकार ने सही मायनों में लोकतंत्र की ताकत दिखाकर गरीबों को बिना भेदभाव सरकार की योजनाओं का लाभ देकर सिद्ध कर दिया है।
सांसद इलाहाबाद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा इमरजेंसी को देश कभी भूल नहीं सकता और न देश कभी माफ करने वाला है। जिलाध्यक्ष विभव नाथ भारती ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जब कांग्रेस सरकार लोकतंत्र की बात करती है तो देश हंसता है। दुनिया इमरजेंसी को नहीं भूल सकती। उन्होंने मीसा बंदी जोखूराम केशरी व नरेंद्र देव पांडेय का माल्यार्पण कर अंगवस्त्रम् मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया।
वहीं, मीसाबंदी नरेंद्र देव पांडेय ने कहा वह लोकतंत्र की काली रात आकाशवाणी पर सूचना आई कि इंदिरा गांधी देश को सम्बोधित करेंगी। इंदिरा गांधी ने कहा देश में साम्प्रदायिक शक्तियां सक्रिय हो गईं और हम लोगों को भी जेलों में जाना पड़ा। ऐसे हालात की कभी कल्पना नहीं की। संचालन जिला महामंत्री ने किया। इस अवसर पर जिला महामंत्री राजेश शुक्ला, जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी, ज्ञान सिंह पटेल, विनोद प्रजापति, हरिकृष्ण शुक्ल, शांति पांडेय, राजू शुक्ला, राजकुमार मिश्रा, सुभाष सिंह पटेल, सुधाकर पाण्डेय, अरुण सिंह, सविता मिश्रा, राजमणि पासवान, संजीव जायसवाल आदि के साथ भारी संख्या में कार्यकर्ताओं ने काली पट्टियां बांध कर आपातकाल मनाया।