सैफई में रामगोपाल यादव और तेजप्रताप की संपत्ति पर पीडब्ल्यूडी ने लगाए निशान

सैफई में रामगोपाल यादव और तेजप्रताप की संपत्ति पर पीडब्ल्यूडी ने लगाए निशान

सैफई में रामगोपाल यादव और तेजप्रताप की संपत्ति पर पीडब्ल्यूडी ने लगाए निशान

इटावा,05 जून । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पूरे प्रदेश में चलाए जा रहे बुलडोजर अभियान की जद में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के परिवार के सदस्योँ के द्वारा कब्जा की गई जमीन और अन्य संपत्ति भी आ गई है।

सैफई में पीडब्ल्यूडी विभाग ने मैनपुरी से पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव के एक प्लाट और सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव के आवास की एक दीवार और उनके करीबियों के मकान और दुकानों को चिन्हित कर लाल निशान लगा दिया है। जल्द ही प्रशासन इन संपत्तियों पर बुलडोजर चलवाकर कार्यवाही करने की तैयारी में जुट गया है।



पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों का कहना है की सैफई-इटावा की मुख्य सड़क पर अतिक्रमण अभियान चलाया जाएगा सड़क को चौड़ा करके नई सड़क बनाने का कोई प्लान नहीं है लेकिन सरकार की तरफ से जो आदेश है उसके अनुसार हमारा विभाग केवल जगह को अतिक्रमण से मुक्त करवाकर खाली करवाएगा हमारी टीम ने सैफई से हैवरा तक लाल निशान लगा दिए हैं हालांकि शुक्रवार को राजनीतिक दबाव पड़ने के बाद सर्वे का काम बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग ने कुल 58 आवासीय संपत्तियों के अलावा 106 संपत्तियों को चिन्हित किया है जो कि अतिक्रमण की जद में हैं, इनमें बकायदा 5 मीटर से लेकर 2 मीटर तक लाल निशान लगाए गए हैं।

पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता संजय गौतम ने बताया सीपीडब्ल्यूडी लाल लाल निशान लगाने की कार्रवाई कर रहा है जिस तरह से सर्वे में अतिक्रमण की जद में आवासीय और व्यावसायिक प्रतिष्ठान आए है। इसके अलावा सैफई में डिग्री कॉलेज, जिला पंचायत का इंटर कॉलेज, थाना की दीवार समेत अन्य कई सरकारी भवन भी चिन्हित किए गए है। जिसे देखते हुए अन्य विभागों के अधिकारियों से राय लेकर क्रॉस एग्जामिन कराया जाएगा जिससे कम से कम लोगों को नुकसान हो।



हालांकि शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि प्रदेश में जो भी अतिक्रमण हैं उसे तत्काल समाप्त किया जाए। ऐसे में सर्वे रिपोर्ट को राजस्व विभाग के पास भेजा जाएगा, जिसके बाद बुलडोजर चलाकर अवैध अतिक्रमण को गिराया जाएगा। इसे देखते हुए 8 से 10 दिनों के अंदर मुलायम के पैतृक गांव सैफई में बुलडोजर चलना लगभग तय है।





सैफई निवासी एक ग्रामीण ने बताया की पीडब्ल्यूडी के अधिकारी और कर्मचारी लाल निशान लगाए हैं और कह रहे हैं कि यह हमारी जगह है हम इस को कब्जा मुक्त करा कर वापस लेंगे। जब पूरे प्रदेश में बुलडोजर चल रहा है तो अखिलेश यादव का सैफई कैसे छूट सकता है। यहां तो बुलडोजर चलना ही था।

ग्रामीणों ने बताया कि सफाई की मुख्य सड़क पर बने सभी मकानों में अधिकारी निशान लगाकर गए हैं। इससे नुकसान होना लगभग तय है और हम लोगों को मुआवजा भी नहीं मिल सकेगा, क्योंकि हम गांव वालों के पास मकानों के नक्शे भी नहीं हैं। पहले बिना नक्शे के मकान बनाए जाते थे, जिस कारण हम लोग नक्शा भी नहीं दिखा पा रहे हैं।