कौशांबी में पीडीए ने अवैध प्लाटिंग पर की कार्यवाही

535 बीघा भूमि पर बिना नक्शा परमिशन के निर्माण करने वाले 12 लोगों पर केस दर्ज

कौशांबी, 28 जनवरी । पिपरी थाना पुलिस ने पीडीए के अवर अभियंता की तहरीर पर 12 प्लाटरों के खिलाफ केस दर्ज किया है। विकास प्राधिकरण प्रयागराज ने क्षेत्र के कई गांवों में बिना ले-आउट प्लान स्वीकृत कराए 535 बीघा भूमि पर अवैध प्लाटिंग करने वालों पर कार्यवाही की है। प्राधिकरण के अवर अभियंता की तहरीर पर पुलिस ने शुक्रवार से जांच शुरू कर दी है।

कौशांबी-प्रयागराज जनपद से सटे गांवों में बिना नक्शा व परमीशन के प्लाटिंग का खेल जोरों पर चल रहा है। कागजी प्रक्रिया पूरी न होने के कारण भूमि खरीदने वाले लोगों को भी धोखाधड़ी का शिकार बनाया जा रहा है। ऐसे मामले आए दिन अधिकारियों के यहां पहुंच रहे हैं। जिनके आदेश पर भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है।

पीडीए के अवर अभियंता जेएम सिंह ने बताया कि पिपरी के मैनापुर गांव में 15 बीघा भूमि पर अवैध रूप से प्लाटिंग कराई जा रही थी। इसका लेआउट प्लान स्वीकृत न कराते हुए पिपरी क्षेत्र के प्लाटर ईसान प्लाट को बेच रहे थे। जानकारी होने पर दिसंबर माह में इस प्लाटिंग पर अवैध कब्जे को ध्वस्त कराया गया।

इसी तरह गौसपुर कटहुला में 150 बीघा भूमि पर पिपरी क्षेत्र के रहने वाले सोनू, मोनू, नन्हा प्रधान, रामानंद पाल और इसी गांव में दूसरे स्थान पर करीब दो सौ बीघा में सोनू, मोनू, माजिद व नन्हा प्रधान अवैध प्लाटिंग करा रहे थे। वहीं दूसरी ओर रामानंद पाल चिरला मुंजप्ता गांव में भी 50 बीघा, एयरपोर्ट के सामने फुलवारी बाग में 120 बीघा पर पिपरी क्षेत्र के रहने वाले आरिफ, आसिफ, राम सिंह पाल, गुड्डू, अफान, जेपी दुबे, रावतपुर में पिपरी क्षेत्र के रहने वाले रूपेश द्विवेदी ने 40 बीघा और मकखदूमपुर में एक अज्ञात व्यक्ति ने 10 बीघा भूमि पर अवैध तरीके से प्लाटिंग करा रखी थी।





अवर अभियंता के मुताबिक, दिसंबर माह में सभी अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त करा दिया गया था। इसके बाद उच्चाधिकारियों के आदेश पर सभी एक दर्जन आरोपियों के खिलाफ थाना पिपरी में आईपीसी की धारा 447,420 एवं सार्वजानिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 की धारा 3 व 5 के तहत केस दर्ज कराया गया है।