जो हिन्दू विरोधी है वह राष्ट्र विरोधी : योगी
टीवी चैनल के डिवेट में बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
लखनऊ, 10 जनवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस वक्त एक आक्रामक तेवर में दिखाई दे रहे हैं। उप्र का विधानसभा चुनाव 80 बनाम 20 के बाद सोमवार को एक निजी न्यूज चैनल के परिचर्चा में कहा कि जो हिन्दू विरोधी हैं, वह राष्ट्र विरोधी है। जिनकी पीढ़ी पेशेवर अपराधियों के साथ में खड़ी है जिनकी पीड़ा पेशेवर आतंकवादियों के साथ में है, यह वही लोग हैं।
भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं किसी खास समुदाय की बात नहीं कर रहा हूं, लेकिन जो इस देश में हिन्दू विरोधी हैं, वह राष्ट्र विरोधी है। उनसे जब यह पूछा गया कि 20 प्रतिशत लोग जो आपसे नाराज हैं, उनमें से क्या ब्राह्मण भी हैं तो उन्होंने कहा कि मुझसे कोई नाराज नहीं है। ब्राह्मण समाज का प्रबुद्ध वर्ग है। वह समाज का मार्गदर्शक है। राम मंदिर निर्माण, काशी विश्वनाथ धाम और कन्या विवाह से क्या ब्राह्मण नाराज होगा? 15 करोड़ लोगों को अन्न मिल रहा है। क्या इससे ब्राह्मण नाराज होगा? यह बातें वह लोग करते हैं जिनके पास कोई मुद्दा नहीं है।
लखीमपुर घटना पर उन्होंने कहा कि इस घटना में नियम संगत कार्रवाई की जा रही है। जो व्यक्ति इस घटना में मौके पर मौजूद नहीं था, उसे आरोपी कैसे बना सकते हैं। वैसे भी इस मसले की मॉनिटरिंग खुद न्यायालय कर रहा है। इसमें राज्य सरकार की भूमिका नहीं है। किसी मामले में निष्कर्ष तक पहुंचने के बजाए किसी को सूली पर तो नहीं चढ़ाया जा सकता है। चुनावी मुद्दों पर कहा कि हमने जो कहा था, करके दिखाया है। 2014, 2017 और 2019 में जो कहा था, वह किया। भाजपा राष्ट्रीय सुरक्षा, सुशासन और विकास की दृष्टि से आवश्यक है।
एक सवाल पर कहा कि भगवान राम हमारे स्वप्न में नहीं आएंगे तो किसके सपनों में आएंगे। भगवान राम का मुझे आशीर्वाद है। अखिलेश के सपनों में कोसने के लिए जाएंगे ही भगवान कृष्ण। वह कहेंगे कि एक नहीं कई-कई बार सरकार बनाने का अवसर दिया। एक बार तो पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। सबसे पहला दंगा मथुरा के कोसी कला से ही इन लोगों ने शुरू किया। सरकार बनने के एक माह के भीतर यह दंगा हुआ था। अखिलेश की सरकार जाने से ठीक पहले यानी कि आखिरी दंगा मथुरा के जवाहर बाग में हुआ। भगवान कृष्ण उनको कोसने के लिए जाएंगे।
अखिलेश की तरफ इशारों में कहा कि कुछ तो लाज रखो। मथुरा की योजना पर उन्होंने कहा कि योजना क्यों नहीं रहेगी। यह हमारा सौभाग्य है कि भारत की तीन सनातन परम्परा की नदियां उप्र में ही हैं। अयोध्या, काशी और मथुरा भी है। इन सभी स्थानों का विकास करने का अवसर मिलना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। चुनाव लड़ने पर योगी ने कहा कि पार्टी जहां से तय करेगी, लड़ूंगा।