आगामी 27 मार्च को गो प्रतिष्ठा महाकुम्भ में एक करोड़ 25 लाख गो भक्त भाग लेंगे
भारत को विलुप्त होने से बचाने का अभियान गो प्रतिष्ठा आंदोलन : देवेन्द्र पाण्डेय
वाराणसी, 28 अक्टूबर । गो प्रतिष्ठा आंदोलन का तीसरा चरण वृंदावन में समाप्त हो चुका है। गो प्रतिष्ठा आंदोलन की भावी रचना में 09 नवम्बर को गोपाष्टमी के दिन 36 प्रांतों के 36 प्रभारी वाराणसी से रवाना होंगे। जो अपने-अपने प्रभार के प्रांतों में 36 दिनों में हर ज़िले में गो ध्वज की स्थापना करेंगे। इस बीच गो संसद, गो विधायक, गो ब्लॉक प्रमुख, गो पार्षद स्तर तक संगठन का विस्तार भी करेंगे।
सोमवार को यह जानकारी गो प्रतिष्ठा आंदोलन के सचिव देवेन्द्र पाण्डेय ने दी। उन्होंने बताया कि माघ माह में प्रयागराज जनपद में लगातार एक माह तक ज्योतिषपीठाधीश्वर जगदगुरू शंक़राचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की उपस्थिति में 324 कुण्डिय महायज्ञ का आयोजन होगा। यह यज्ञ सनातन को शक्ति और सत्ता को सदबुद्धि देने के लिए होगा। संसद के ग्रीष्म क़ालीन सत्र से 15 दिन पूर्व से भारत से समस्त 543 सांसदों के घर के सामने गो सांसदों, गो विधायकों और गो भक्तों द्वारा धरना शुरू होगा। इसी क्रम में 27 मार्च को वाराणसी में 1 करोड़ 25 लाख गो भक्तों की उपस्थिति में गो प्रतिष्ठा महाकुंभ का आयोजन भी होगा। देवेन्द्र पांडेय ने बताया कि गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा 21 सितम्बर 2024 को रामकोट की प्रदक्षिणा से प्रारम्भ हुई थी। वृंदावन में बाँकेबिहारी के पूजन दर्शन के उपरांत 27 अक्टूबर को वृंदावन में समाप्त हुई ।