देवशयनी एकादशी पर बांकेबिहारी मंदिर सहित आधा दर्जन मंदिरों में सजे भव्य फूलबंगला
देवशयनी एकादशी पर बांकेबिहारी मंदिर सहित आधा दर्जन मंदिरों में सजे भव्य फूलबंगला
मथुरा, 20 जुलाई। देवशयनी एकादशी को लेकर मथुरा वृंदावन में श्रद्धालुओं ने धार्मिक अनुष्ठान किए। वहीं ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर सहित आधा दर्जन मंदिरों में भव्य फूलबंगले का आयोजन किया गया। जिसके दर्शन कर भक्त स्वयं को धन्य मान रहे थे। वहीं मौसम में ठंडक होने के कारण दिन भर श्रद्धालु परिक्रमा करते नजर आए। देश और विदेशी भक्त टोलियों में हरिनाम संकीर्तन करते हुए निकले। श्रद्धालुओं ने यमुना में स्नान और पूजन अर्चन किया। वहीं गोवर्धन परिक्रमा मार्ग सुनसान नजर आया।
मथुरा और वृंदावन में देवशयनी एकादशी के अवसर पर मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रम हुए। मंगलवार सुबह श्रद्धालुओं ने यमुना स्नान किया और अपने आराध्य के दर्शन कर मनौती मांगी। पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के द्वारिकाधीश मंदिर और प्राचीन केशवदेव मंदिर में भव्य फूल बंगले सजाए गए। फूल बंगले में विराजे अपने आराध्य के दर्शन पाकर भक्त अभिभूत हो गए।
वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में ठाकुरजी के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। ठाकुरजी के दर्शन के बाद कान्हा के भक्तों ने वृंदावन की परिक्रमा की। देवशयनी एकादशी पर गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर सूना रहा। राजकीय मुड़िया पूर्णिमा मेला निरस्त होने के कारण यहां श्रद्धालु नहीं पहुंचे। परिक्रमा मार्ग के मंदिरों के पट बंद रहे। मंदिरों के पुजारियों ने अंदर ही ठाकुर जी की सेवा पूजा की।
मंगलवार देरशाम द्वारिकाधीश मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी एडवोकेट ने बताया कि दिल्ली और कोलकाता से विभिन्न प्रकार के फूलों को मंगाया गया। इन फूलों के द्वारा मंदिर को भव्य सजाया गया। मंदिर प्रांगण को रंग बिरंगी विद्युत रोशनी से सजाया गया। सायंकाल 6 से 7:30 तक राजाधिराज ने भव्य फूल बंगले में विराजकर भक्तों को दर्शन दिए। भक्त भी अपने आराध्य के दर्शन पाकर निहाल हो गए। मंदिर प्रांगण राजाधिराज के जयकारों से गुंजायमान हो गया। भक्तों ने राजाधिराज के दर्शन कर मनोकामना पूर्ण होने की मनौती मांगी।
वृंदावन के अन्य मंदिरों में रहा देवशयनी एकादशी पर्व पर धूम
मंगलवार को वृंदावन के ठाकुर राधा बल्लभ मंदिर, सेवाकुंज मंदिर, राधारमण मंदिर, राधाकान्त मंदिर, शाहजी मंदिर, कृष्ण बलराम इस्कॉन मंदिर, प्रेम मंदिर, राधा श्यामसुंदर मंदिर, रंगनाथ मंदिर आदि मंदिर इलाकों में सुबह से लेकर शाम तक भक्त अपने आराध्य ठाकुरजी के दर्शनार्थ पहुंचे। सुबह से लेकर शाम तक मंदिरों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता रहा। हर कोई अपने आराध्य के दर्शन कर भक्तिभाव से भावविभोर होता दिखाई दिया।