इलाहाबाद विश्वविद्यालय के तीन प्रोफेसरों के खिलाफ गैर जमानती वारंट
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के तीन प्रोफेसरों के खिलाफ गैर जमानती वारंट
प्रयागराज, 01 मई। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की शिक्षिका ने 2016 में तीन प्रोफेसरों के खिलाफ छेड़खानी और एससी-एसटी एक्ट में एफआईआर दर्ज करायी थी। जिसमें एडीजे कोर्ट ने आज गैर जमानती वारंट जारी किया है।
इविवि में पढ़ाने वाली शिक्षिका ने चार अगस्त, 2016 को अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. मनमोहन कृष्ण, प्रो. प्रहलाद कुमार और जावेद अख्तर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया था। उस समय हाईकोर्ट से आरोपितों को राहत मिल गयी थी। इसके कारण पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बताया जा रहा है कि हाईकोर्ट के आदेश की समय सीमा समाप्त हो गई। इस बीच कोर्ट ने इस केस को संज्ञान में लिया और तीनों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है।
वर्तमान में इनमें दो प्रोफेसर प्रो. मनमोहन कृष्ण एवं प्रो. प्रहलाद कुमार सेवानिवृत्त हो चुके हैं। जबकि जावेद अख्तर भी रिटायर्ड के नजदीक हैं। अब पुलिस इस प्रकरण में तीनों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर चुकी है।
बता दें कि, इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने शिक्षिका की शिकायत को गम्भीरता से लिया था और तत्कालीन कुलपति ने मामले को तुरंत नियमानुसार गठित समिति (सीकैश) को दे दिया था। समिति ने मामले की विस्तृत पड़ताल की थी और शिकायत पूरी तरह निराधार थी। इस दौरान उक्त शिक्षिका ने समिति द्वारा भेजे गए सवालों के जवाब नहीं दिए थे और अपने आरोपों के सम्बन्ध में कोई सबूत भी समिति के समक्ष प्रस्तुत नहीं किये थे। उनके असहयोग एवं अपनी बात के पक्ष में साक्ष्य न दे पाने के कारण समिति ने उनकी शिकायत को विभाग एवं उसके वरिष्ठ प्रोफेसरों एवं विश्वविद्यालय की मानहानि से प्रेरित पाया था।