कोई भी क्षेत्रीय दल या राजनीतिक गठबंधन अब बीजेपी के सामने नहीं टिक पाएगा : स्वामी चिन्मयानंद
कोई भी क्षेत्रीय दल या राजनीतिक गठबंधन अब बीजेपी के सामने नहीं टिक पाएगा : स्वामी चिन्मयानंद
जौनपुर, 21 जनवरी (हि.स.)। पूर्व गृह मंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने योगी सरकार के व्यवस्थाओं की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब किसी सरकार ने आस्था के इस महापर्व को इतना महत्व दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विशेष प्रयासों से कुंभ की व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हैं। उन्होंने बताया कि प्रयाग का महाकुम्भ विश्व में चर्चा का विषय बना हुआ है और दुनिया भर से लोग यहां स्नान करने और इस दिव्य आयोजन को देखने आ रहे हैं।
उक्त बातें मंगलवार को जौनपुर में हिन्दुस्थान समाचार प्रतिनिधि से बात करते हुए स्वामी चिन्मयानंद ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि दुनिया के किसी भी धर्म या मजहब के तीर्थस्थल पर इतनी बड़ी संख्या में और इतने लम्बे समय तक लोगों का जमावड़ा नहीं देखा जाता, जितना प्रयाग में होता है। उन्होंने कहा कि कुंभ ऐसा पर्व है जहां भारत की विविधता, जातीयता, साम्प्रदायिकता और क्षेत्रीयता की सभी दीवारें टूट जाती हैं। यह आयोजन राष्ट्र की सनातन संस्कृति का प्रतीक बन गया है, जो सामाजिक एकता का संदेश देता है।
प्रयागराज महाकुम्भ के बारे में स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि इस आयोजन ने भारत की एकता और अखंडता को एक बार फिर साबित कर दिया है। जहां कुछ लोग देश में सामाजिक, क्षेत्रीय, भाषाई और साम्प्रदायिक दूरियां पैदा करने की कोशिश कर रहे थे, वहीं कुम्भ ने इन सभी प्रयासों को निष्फल कर दिया है।
उन्हाेंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नारा 'बांटोगे तो काटोगे' सार्थक साबित हुआ है। लोगों ने दिखा दिया है कि वे बंटने नहीं, जुड़ने के लिए तैयार हैं। महाकुम्भ के पहले 10 दिनों में ही इसका वैश्विक प्रभाव देखने को मिला, जहां आईफोन की मालकिन सहित विश्व के बड़े कॉरपोरेट घरानों के लोगों ने भी संगम में स्नान किया। उन्होंने सरकार द्वारा गंगा के घाटों की स्वच्छता और सौंदर्यीकरण की भी सराहना की। स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के बाद यह दूसरा ऐसा अवसर है, जिसने देश को सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से एकजुट किया है। जहां राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा ने देश को सांस्कृतिक स्वतंत्रता दी, वहीं महाकुम्भ में लोग इस स्वतंत्रता का उल्लास के साथ आनंद ले रहे हैं।
प्रयागराज कुम्भ मेले में स्वामी चिन्मयानंद ने सनातन धर्म की महिमा का बखान करते हुए कहा कि यह कुम्भ स्वाधीनता के सही अर्थ को साकार कर रहा है। इस पर्व को सांस्कृतिक या ऐतिहासिक की बजाय आध्यात्मिक पर्व कहना अधिक उचित होगा। उन्हाेंने स्पष्ट किया कि सनातन धर्म को कोई खतरा नहीं है। कहा कि पुरातन चीजें इतिहास का हिस्सा हो सकती हैं और उन्हें खतरा हो सकता है, लेकिन सनातन धर्म हमेशा आध्यात्मिक रहा है। जो आध्यात्मिक है वह अविनाशी है, जबकि ऐतिहासिक चीजें विनाशी होती हैं।
राजनीतिक मुद्दों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा विदेश मंत्री एस जयशंकर को आमंत्रित करना अंतरराष्ट्रीय कूटनीति का सकारात्मक संकेत है। बांग्लादेश के संदर्भ में उन्होंने शेख हसीना के नेतृत्व में देश की प्रगति की बात कही।
चिन्मयानंद ने भारतीय राजनीति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पीडीए गठबंधन अब नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि इस कुम्भ में सभी जाति, धर्म और वर्ग के लोग 'हर हर गंगे' का जाप कर रहे हैं। उनका मानना है कि कोई भी क्षेत्रीय दल या राजनीतिक गठबंधन अब बीजेपी के सामने नहीं टिक पाएगा। आप पार्टी और कांग्रेस आपस में दिल्ली में लड़े लेकिन विजय सिर्फ बीजेपी को मिलेगी, बीजेपी के साथ पूरा देश खड़ा है। अब न समाजवाद, न क्षेत्रवाद, न जातिवाद, ना सम्प्रदायवाद अब सिर्फ राष्ट्रवाद चलेगा।