दूसरे दलों के नेता अयोध्या में आ रहे, पहले नाम नहीं लेते थे- केशव प्रसाद मौर्य
दूसरे दलों के नेता अयोध्या में आ रहे, पहले नाम नहीं लेते थे- केशव प्रसाद मौर्य
लखनऊ, 28 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और लोक निर्माण विभाग के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को कहा कि वर्ष 2014 से पहले कोई राजनीतिक दल का नेता संगम नहीं नहाता था। आज रामलला का मंदिर बन रहा है तो दूसरे दलों के नेता अयोध्या में दर्शन करने आ रहे हैं। इसके पहले अयोध्या का नाम भी नहीं लेते थे।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्ण व्यवसाय से जुड़े लोगों को हम सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं। 2017 से पहले स्वर्णकार समाज डरा रहता था और भयभीत होता था। आप सभी स्वर्णकार समाज के लोग अपने मेहनत से आगे बढ़े और समाज के लिए भी कार्य करते रहते हैं। दूसरे पार्टियों में तो स्वर्णकार समाज खोजने से भी नहीं मिलता है।
सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि चाहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हो, विश्व हिन्दू परिषद संगठन हो, पिछड़ा वर्ग खुलकर कार्य करते है। मैं भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्वयंसेवक हूं। नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए आप स्वर्णकार समाज ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। 2017 में प्रधानमंत्री ने सबका साथ सबका विकास को नारा दिया तो स्वर्णकार समाज ने एकजुट होकर 325 विधायकों को देने का कार्य किया। उस समय साइकिल को आपने पंचर कर दिया, हाथी को रोक दिया और हाथ को मरोड़ दिया।
केशव मौर्य ने कहा कि लोकसभा चुनाव में तभी बहुत सारे लोगों को यह चिंता हुई कि सपा और बसपा का गठबंधन हुआ है, तो नरेन्द्र मोदी को रोक लिया जायेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जो देश के सबसे शक्तिशाली नेता है। आप बताये आज सबका साथ दिया जा रहा है कि नहीं, सबका विकास किया जा रहा है कि नहीं। देश के प्रधानमंत्री ने जो योजनाएं बनायी, उसका लाभ भाजपा को वोट देने वालों को भी मिला और जिन्होंने वोट नहीं दिये थे उन्हें भी मिला।
उन्होंने कहा कि सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन के नाम पर जो स्वर्णकार भाई आये है, वो जानते हैं कि हम सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं। वो अपना साथ अपना विकास की बात करते है। आज अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बन रहा है, ये स्वाभिमान का प्रतीक है। हमारी एकता का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि सपा, बसपा, कांग्रेस एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं। 2019 में सबके साथ से कांग्रेस चुनाव लड़ रही थी, लेकिन फिर भी जनसहयोग से भाजपा ने जीत हासिल की थी। उत्तर प्रदेश में जो मतदाता है, उसमें 60 प्रतिशत हमारा, 40 प्रतिशत में बंटवारा हैं। कमल का बटन दबाओ तभी भ्रष्टाचार, अपराध और कम होगा।