प्रयागराज में कांग्रेस के संविधान सम्मेलन में चले लात-घूसे, जमकर मारपीट

प्रयागराज में कांग्रेस के संविधान सम्मेलन में चले लात-घूसे, जमकर मारपीट

प्रयागराज में कांग्रेस के संविधान सम्मेलन में चले लात-घूसे, जमकर मारपीट

प्रयागराज, 30 सितम्बर । जनपद के सहसों स्थित लाल बाजार में कांग्रेस संविधान सम्मेलन में जमकर बवाल हुआ। सम्मेलन में कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। मंच पर बैठे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लोगों से शांत रहने की अपील करते रहे लेकिन कार्यकर्ता एक-दूसरे पर लात-घूसे बरसाते रहे। काफी देर बाद मामला शान्त हुआ। यह झगड़ा सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।

रविवार को कांग्रेस के संविधान सम्मेलन का आयोजन था। इसमें प्रदेश के कई जिलों से कार्यकर्ताओं के अलावा प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सहित कई वरिष्ठ नेता पहुंचे थे। झगड़े के दौरान कार्यकर्ताओं के दो गुट हो गये। वे आपस में भिड़ गये। दोनों तरफ से हाथापाई होने लगी। मंच पर बैठे प्रदेश अध्यक्ष समेत वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं को समझाने लगे। कोई कहां सुनने वाला था। काफी देर तक दोनों गुटों में लात-घूसे चलते रहे। बड़ी देर बाद मामला शान्त हुआ।

कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश पाण्डेय ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने संविधान में समानता के अधिकार के साथ सभी वर्गों को न्याय दिलाने के लिए अधिकार दिया है। गठबंधन से जो भी उम्मीदवार आयेगा उसे जिताने का काम करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता बूथ स्तर पर मजबूती बनायें। ताकि फूलपुर विधानसभा उपचुनाव में गठबंधन पूरी मजबूती से लड़ सके। राष्ट्रीय महासचिव राजेश तिवारी ने कहा कि फूलपुर उपचुनाव सहित पूरे प्रदेश में मजबूती से चुनाव लड़ते हुए संविधान के लिए आखिरी सांस तक लड़ते रहेंगे। सम्मेलन में अन्य आए सांसदों एवं विधायकों ने भी सम्बोधित किया।

कांग्रेस शहर उपाध्यक्ष परवेज अहमद सिद्दीकी ने वार्ता करने पर जानकारी देते हुए बताया कि वहां टिकट के वर्चस्व को लेकर दो गुट हो गये थे। जबकि देखा जाय तो यह धरती पं. जवाहरलाल नेहरू की रही है। कायदे से यहां कांग्रेस के उम्मीदवार को टिकट मिलना चाहिए। लगता है कि यह सीट गठबंधन में सपा को दे दी जायेगी। वहीं, फुजैल हाशमी ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी घटना दुखद एवं निन्दनीय है। फिलहाल, सूत्रों की मानें जाय तो झगड़ा भी कांग्रेस कार्यकर्ता एवं यादव समुदाय में बताया जा रहा है। इनकी लड़ाई को टिकट के वर्चस्व को लेकर देखा जा रहा है।