भगवान शिव के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी से काशी धर्म परिषद आक्रोशित, खोला मोर्चा
देवी-देवताओं का अपमान अब बर्दाश्त के बाहर: संत
वाराणसी, 09 जुलाई । भगवान शिव के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी से काशी धर्म परिषद आक्रोशित है। शुक्रवार को महंत बालक दास के अगुवाई में परिषद से जुड़े संतों ने सिगरा थाने में टिप्पणी करने वाले के खिलाफ तहरीर दी है।
इस दौरान बालक दास ने कहा कि पूरी दुनिया का सबसे अधिक सहिष्णु हिन्दू समाज इन इस्लामी जिहादियों के जहरीले बोल से न सिर्फ आहत है, बल्कि छला हुआ महसूस कर रहा है। रोज अपने देवी–देवताओं का अपमान इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा होते हुए देख रहे हैं, अब सब बर्दाश्त के बाहर हो चुका है। जिस इस्लामी कट्टरपंथी ने कहा कि शिवलिंग तोड़ देंगे, वह भी छुट्टा घूम रहा है और जिसने हिन्दू धर्म के ऊपर घोर आपत्तिजनक टिप्पणी की है, वह भी खुलेआम घूम रहा है।
इसके पहले काशी धर्म परिषद ने लमही स्थित सुभाष भवन में बैठक किया। बैठक में संतों ने सरकार से सवाल किया कि हिन्दू धर्म को शांति के लिए कितनी कीमत चुकानी पड़ेगी। इस्लामी जिहादी भारत के हिन्दू समाज को आतंकित कर रहे हैं, रोज नारे लगा रहे हैं कि गर्दन काटकर हत्या कर देंगे। इस्लामी जिहादियों का नारा सिर्फ नारे तक सीमित नहीं रहा, इन सबों ने योजना बनाकर गर्दन काट भी दी। 31 मई 2022 को टीवी चैनल पर भगवान शिव पर टिप्पणी करने वाला सरफराज और मौलाना इलियास शर्फुद्दीन खुलेआम घूम रहा है, आज तक किसी मुस्लिम धर्मगुरु ने इन सबों के खिलाफ कुछ नहीं कहा।
बैठक में परिषद के प्रवक्ता एवं विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजीव,आत्म प्रकाश सिंह, विजयराम दास, महंत अनुराग दास, महंत महावीर दास आदि शामिल रहे।