योगी-2 सरकार में कानपुर के नेताओं ने नहीं मिली जगह, महाना-नीलिमा का भी कटा पत्ता
भाजपा के आज के मंत्री मंडल के शपथ सामारोह में कानपुर नगर को नहीं मिला एक भी मंत्री
कानपुर, 25 मार्च । उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के दूसरे मंत्रीमंडल में कानपुर के एक भी नेता को जगह नहीं मिली है। प्रदेश की 18वीं विधानसभा के शपथ सामारोह में पहली बार कानपुर नगर के एक भी विधायक को मंत्रिमंडल में इस बार शामिल नहीं किया गया। कई बड़े नेताओं की माने तो वह मायूस हो गए है।
यह पहली बार है जब कानपुर नगर के किसी भी विधायक को मंत्री मंडल में नहीं रखा गया है। यहां तक सबसे पुराने और दिग्गज नेता विधायक सतीश महाना जो हमेशा भाजपा से भारी मतों से जीत हासिल करते आए है, उन्हें भी मंत्री मंडल में जगह नहीं मिली है। वहीं, कानपुर देहात की बात करे तो तीन विधायकों को मंत्री मंडल में चुना गया है, जिसमें सिकंदरा से विधायक अजीत पाल को दोबारा मंत्री बनाया गया है। वहीं प्रतिभा शुक्ला को राज्यमंत्री और राकेश सचान को कैबिनेट मंत्री के रूप में पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
आज के इस शपथ ग्रहण सामारोह की बात करें तो अटल बिहारी बाजपेयी स्टेडियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में रखा गया। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में दूसरी बार मुख्यमंत्री की शपथ ली। जिसके बाद अन्य मंत्री मंडल के मंत्रियों को एक-एक कर शपथ दिलाई गई। राजनैतिक गलियारों का बाजार तब गर्म हो गया जब कानपुर नगर के एक भी विधायक को योगी-2 सरकार के मंत्री मंडल में नहीं रखा गया।
पहली बार बदल गया पुराना इतिहास
भाजपा की राज्य में सबसे पहली सरकार 1991 में बनी जिसमें कल्याण सिंह दो यूपी के मुख्यमंत्री बने और कानपुर से प्रेमलता कटियार और बाल चंद्र मिश्रा मंत्री रहे। फिर दूसरी बार 1997 में तेरहवीं विधानसभा में भाजपा फिर सत्ता में आई, तो कल्याण सिंह फिर मुख्यमंत्री बने। जिसके बाद 15 साल के बाद 2017 में भाजपा सरकार बनी और योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने। जिसमें कानपुर से 4 मंत्री बनाए गए थे।
पुराने भाजपाई हुए निराश
यूपी में भाजपा सरकार बनने को लेकर भाजपाइयों में जहां एक तरफ खुशी की लहर है। वहीं कानपुर से एक भी मंत्री न बनने से पुराने नेताओं कि निराशा साफ झलक रही है। पुरानी सरकार में भाजपा के दिग्गज नेता सतीश महाना और दिवंगत कमलरानी वरुण को कैबिनेट में शामिल किया गया था। वहीं इस बार नए मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर कई बड़े नेता आस लगाए हुए थे जिसमें शलिल विश्नोई, महेश त्रिवेदी और सुरेंद्र मैथानी का नाम भी खूब चला, लेकिन इस बार किसी को भी मंत्री मंडल में जगह नहीं ली।
मुस्लिम क्षेत्रों में चली आतिशबाजी व बांटी गई मिठाई
योगी-2 सरकार के शपथ लेते ही कानपुर में जश्न का माहौल बन गया। भाजपा की दूसरी बार सरकार बनने को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों में खासी खुशी देखने को मिली। जाजमऊ इलाके में तो मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जमकर जश्न मनाया और आतिशबाजी की। इस दौरान उनके द्वारा योगी सरकार को बधाई भी दी गई।