बृहस्पति का कुम्भ राशि में प्रवेश 20 नवम्बर को, जाने किस राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव ?

13 अप्रैल, 2022 तक कुम्भ राशि में रहेगा बृहस्पति

बृहस्पति का कुम्भ राशि में प्रवेश 20 नवम्बर को, जाने किस राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव ?

19 नवम्बर। ग्रहमण्डल का एक बड़ा ग्रह बृहस्पति शनिवार को अपना राशि परिवर्तन कर रहा है। बृहस्पति मकर से कुम्भ राशि में 20 नवम्बर, शनिवार को पूर्वाह्न 11ः 23 बजे प्रवेश करेगा। बृहस्पति कुम्भ राशि में 13 अप्रैल, 2022 रहेगा। यह जानकारी अध्यात्म एवं ज्योतिष शोध संस्थान के निदेशक पं. सत्य प्रकाश द्विवेदी ने दी।

पं. द्विवेदी ने बताया इस अवधि के बीच बृहस्पति 23 फरवरी, 2022 से 27 मार्च 2022 तक अस्त रहेगा। उन्होंने इस राशिगत प्रभाव के बारे में एक महत्वपूर्ण बात बताई कि अभी तक बृहस्पति अपनी नीच राशि में संचरण कर रहा था लेकिन बृहस्पति जब अपनी नीच राशि से निकल कर आगे की समराशि में संचरण करेगा तो कुछ न कुछ सबके जीवन में खुशहाली लाएगा। सबका जीवन पहले से तो सुखमय अवश्य होगा। 13 अप्रैल , 2022 के बाद जब बृहस्पति अपनी स्वराशि मीन में जाएगा तो हर एक के जीवन में और भी अच्छा होगा। निराशा में जी रहे लोगों को शुभ समाचार मिलेंगे।

कुम्भ राशि में बृहस्पति के राशिगत गोचर के बारे में पं. द्विवेदी ने बताया कि -

मेष राशि के जातकों की कुंडली मेें बृहस्पति एकादश भाव में रहेगा, जो उनके लिए बहुत शुभ रहेगा। भाग्य साथ देगा। रूके हुए कार्य बन जाएगे। उनकी इच्छाएं पूर्ण होंगी।

वृष राशि की कुंडली में बृहस्पति दशम् भाव में संचरण करेगा। इससे उनके रोजगार, कार्य स्थल पर परेशानी आ सकती है। ऐसे लोग किसी से विवाद आदि से बचे।

मिथुन राशि के जातकों की कुंडली में बृहस्पति नवम् भाव में गोचर करेगा। उनके लिए यह बहुत शुभ गोचर है। भाग्य साथ देगा। विवाह हो जाएंगे। रूके कार्य पूरे हो जाएंगे। जिनकी नौकरी नहीं है उनकी लग सकती है।

कर्क राशि में यह अष्टम् भाव में गोचर करेगा, जिससे इन राशि के जातकों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। काम में असफलता या हानि मिलनेे की संभावना है। सावधानी रखें। आंख मूंद कर किसी पर भरोसा न करें।

सिंह राशि के जातकों की कुंडली में बृहस्पति सप्तम् भाव में गोचर करेगा। यह दाम्पत्य जीवन के शुभ है। जिन पति-पत्नी के सम्बंध बिगड़े हैं वह मधुर हो जाएंगे। प्रेमियों का विवाह हो सकता है।

कन्या राशि पर बृहस्पति छठवें भाव में संचरण करेगा। कंुडली में छठा भाव रोग, ऋण और शत्रु का माना जाता है। इसलिए इस राशि के जातकों को सावधान रहने की आवश्यकता होगी।

तुला राशि पर बृहस्पति पंचम भाव में गोचर करेगा। पंचम भाव संतान का होता है। इस कारण से इस राशि के जातकों संतान सुख की प्राप्ति होगी। प्रेमियों का विवाह हो जाएगा ।

वृश्चिक राशि पर बृहस्पति चतुर्थ भाव में जाएगा। ये जातक वाद-विवाद से बचे। जीवन में सावधानी बरतनी होगी।

धनु राशि वालों की कुंडली में बृहस्पति तृतीय भाव में संचरण करेगा। इस राशि के जातकों के शुभ है। यात्रा पर जा सकते हैं। आर्थिक फायदा भी हो सकता है। काम पूरे होंगे।

मकर राशि वालों पर यह द्वितीय भाव में रहेगा। इस राशि वालों को कुटुम्ब से लाभ व धन का फायदा हो सकता है।

कुम्भ राशि वाले के बृहस्पति प्रथम भाव में रहेगा। जो शुभ रहेगा। दबी इच्छाएं पूरी होगी। परेशानिया दूर होगी। रूके काम पूरे होंगे।

मीन राशि पर बृहस्पति द्वादश भाव में संचरण करेगा। कुंडली में द्वादश भाव खर्च का होता है। इसलिए सावधानी रखनी होगी। स्वास्थ्य, धन सम्बंधी परेशानिया आ सकती हैं।