डेंगू में प्लेटलेट्स गिरने से रोकना बहुत जरूरी : सतीश राय
प्लेटलेट्स गिरने में बकरी का दूध और एलोवेरा का जूस सबसे कारगर
प्रयागराज, 16 नवम्बर । वर्तमान में रहस्यमय बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है जिसके लक्षण डेंगू और चिकनगुनिया जैसे हैं। व्यक्ति को ऐसा कुछ करना चाहिए जिससे सेहत अच्छी रहे, इम्यूनिटी भी बढ़े। निरोग रहने का सबसे सरल उपाय है अपनी दिनचर्या में क्षारीय भोजन को शामिल करें और आध्यात्मिक उपचार में स्पर्श-ध्यान करें। जो शरीर को आंतरिक रूप से मजबूत बनाता है। स्पर्श ध्यान करने से इम्यूनिटी बड़ी तेजी से मजबूत होती है।
यह बातें गुरुवार को एसकेआर योग एवं रेकी शोध प्रशिक्षण और प्राकृतिक संस्थान, रेकी सेंटर पर जाने-माने स्पर्श चिकित्सक सतीश राय ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि ठंड की शुरुआत व तापमान में गिरावट के साथ बदलता मौसम और त्योहारों की धूम जहां खुशियां लेकर आती है, वहीं शरीर की कमजोर इम्यूनिटी के कारण कुछ लोगों की सेहत पर थोड़े समय के लिए कुछ परेशानियां भी आती हैं। जिसमें सर्दी, जुकाम, बुखार, खांसी की समस्या होना आम बात होती है।
उन्होंने कहा कि खून जांच की रिपोर्ट में (डेंगू या चिकनगुनिया) भले ही निगेटिव आ रही है, लेकिन बुखार ठीक होने के बाद भी हड्डियों में महीनों दर्द बना रहता है। अत्यधिक कमजोरी के कारण ठीक से चल नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों में डेंगू के लक्षण मिल रहे हैं। इस बीमारी में प्लेटलेट्स की समस्या होती है। शरीर में 60 प्रतिशत प्लाज्मा तथा 40 प्रतिशत प्लेटलेट्स होता है। चोट लगने से शरीर में कहीं खून बह रहा है तो उसे रोकने का काम प्लेटलेट्स करता है। प्लेटलेट्स प्रतिदिन शरीर में 25 से 30,000 बनता है और 25 से 30 हजार पुराना वाला प्रतिदिन नष्ट होता है। जो प्लेटलेट्स आज बना, उसकी लाइफ 7 दिन की होती है। वह सातवें दिन स्वयं नष्ट हो जाता है। यह प्रक्रिया शरीर में लगातार होती रहती है।
सतीश राय ने कहा कि जिन लोगों को डेंगू होता है, उनके शरीर में प्लेटलेट्स बनना रुक जाता है और जो पहले से शरीर में प्लेटलेट्स बना है, वह गिरता रहता है, नया नहीं बनता है। यहीं सावधान रहने की जरूरत है। जब शरीर में 60,000 प्लेटलेट्स हो तो तुरंत विशेषज्ञ की सलाह से अस्पताल में भर्ती हो जाना चाहिए। इसमें गिलोय का सेवन प्लेटलेट्स गिरने से रोकता है। दो चीजों से प्लेटलेट्स बहुत तेजी से बनता है। पहला बकरी का दूध और दूसरा एलोवेरा का जूस। इसके अतिरिक्त कीवी, पपीता, सेब, अंगूर, मुसम्मी जूस, नारियल पानी, चीकू, संतरा आदि फल खाने से कोई नुकसान नहीं है।