इण्टरमीडिएट के छात्र ने ट्रेन के इंजन के आगे लेटकर की आत्महत्या
पुलिस मामले की जांच में जुटी
हमीरपुर, 12 नवम्बर । मौदहा कस्बे के निकट कानपुर बांदा रेल लाइन के परछा गांव जाने वाले कच्चे रास्ते में ट्रेन के इंजन के आगे लेटकर एक युवक ने खुदकुशी कर ली, उसने घटना से पूर्व एक सुसाइड नोट भी लिखा है, हालांकि उसमें इस घटना का कारण नहीं लिखा सिर्फ माता व भाइयों व परिजनों को पुलिस परेशान न करे लिखकर अपने पैंट की जेब में डाल लिया था, जिससे शव की बरामदगी के साथ पुलिस ने यह सुसाइड नोट भी बरामद किया है।
घटना के मुताबिक, आज दोपहर बाद गांव अरतरा निवासी राकेश पाल (17) पुत्र स्व लल्लू राम कस्बे से परछा जाने वाले ऐसे सूनसान कच्चे रास्ते पर पहुंचा जहां से सिर्फ पैदल आना जाना या फिर खेत खलिहान वाले किसानों का निकलना होता है। आसपास खेतों में काम करने वाले कुछ लोगों ने बताया कि एक युवक को अपनी कापी में ट्रेन की पटरी पर बैठे कुछ लिखते हुए देखा था,उसी के बाद बिना ट्रेन का खाली इंजन बांदा की ओर से आता हुआ दिखाई दिया है, उसी के बाद उक्त युवक का कटा हुआ शरीर दो टुकड़ों में दिखाई दिया। सूचना रेलवे के चौकीदार व स्थानीय पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची मौदहा पुलिस के थानेदार सत्यविजय ने अपने सहयोगियों के साथ उसे रेलवे ट्रैक से हटाकर अलग रखा और उसकी तलाशी लेने पर एक रसायन विज्ञान की कापी तथा मोबाइल एवं कुछ रूपये भी बरामद हुए है।
तलाशी लेने पर पैंट की जेब से सुसाइड नोट भी निकला जिस पर लिखा था कि श्रीमान जी मेरे परिजनों को कोई कष्ट न होने पाये, मैं अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहा हूं। उक्त सुसाइड नोट के बाद ही परिजनों को सूचित किया गया तो वहां कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है। मृतक का पिता लल्लू राम पहले ही खत्म हो चुका था। पूरा परिवार मजदूरी करता था, यह तीन भाई थे। बड़े भाई अजय पाल ने बताया कि भाई अक्सर नशा कर लेता था वह इंटर तक पढ़ा है और उसके बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और घर में कोई परेशानी नहीं थी।
इतना बड़ा कदम भाई ने उठाया जिस पर वह कुछ कह नहीं पा रहा। मौदहा कोतवाली के इंस्पेक्टर पीके पटेल ने बताया कि छात्र ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट लिख छोड़ा है। बताया कि मामले की जांच जारी है।