गंगोत्री सेवा समिति की पहल, पहली बार पांच बेटियों ने की गंगा की महाआरती

गंगोत्री सेवा समिति की पहल, पहली बार पांच बेटियों ने की गंगा की महाआरती

गंगोत्री सेवा समिति की पहल, पहली बार पांच बेटियों ने की गंगा की महाआरती

वाराणसी, 19 नवम्बर। देव दीपावली पर्व पर शुक्रवार शाम प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर गंगोत्री सेवा समिति की ओर से अनूठी और अलग पहल हुई। घाट पर समिति ने आरती के इतिहास में एक नया अध्याय का सृजन करते हुए काशी में 30 साल पहले बाबू महाराज द्वारा शुरू किये गए गंगा आरती का इस वर्ष नेतृत्व पांच कन्याओं से कराया।

1991 के बाद आज इस परिवार की तीसरी पीढ़ी की मान्या दुबे और शिवांश दुबे ने आज के गंगा महाआरती में भाग लिया। नारी शक्ति के सम्मान और उनके बढ़ते कदम की अगुआई के लिए समिति ने एक नजीर पेश कर नारी सशक्तिकरण में एक कदम बढ़ाया है।

वर्षो से चल रही परम्परा के अनुसार दशाश्वमेध घाट पर नियमित आरती करने वाली संस्था की ओर से मां गंगा महारानी का पूजन-स्तवन संग दुग्धाभिषेक हुआ। धार्मिंक अनुष्ठान का श्रीगणेश मंगलाचरण से हुआ। इसके पश्चात समिति के संस्थापक अध्यक्ष किशोरी रमण दूबे (बाबू महाराज) के सान्निध्य में मुख्य अतिथि सुमेरूपीठ शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सस्वती आदि ने मां गंगा का शास्त्रोक्त विधि से पूजन कर 51लीटर दूध से अभिषेक किया।

इसके बाद तट पर सिंहासनारूढ़ गंगा महारानी की श्रृंगारिक प्रतिमा और उनकी अलौकिक आरती की निराली छवि निहारने श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा था। देर शाम सांस्कृतिक आयोजन में गायक और भाजपा सांसद मनोज तिवारी, काशी के गायक ओम तिवारी, आस्था शुक्ला और अमलेश शुक्ला ने गायकी के माध्यम से अपनी पुष्पांजलि अर्पित किया।