गोरखपुर की होली : आसमान से बरसते हैं फूल, रंग-अबीर से होती है फिजां रंगीन

गोरक्षपीठाधीश्वर होते हैं रथ पर सवार, करते हैं रंग भरी होली शोभायात्रा की अगुआई

गोरखपुर की होली : आसमान से बरसते हैं फूल, रंग-अबीर से होती है फिजां रंगीन

गोरखपुर, 17 मार्च । बसंत ऋतु के आगमन होने की खुशियां नई कोपलों से प्रकृति और पेड़-पौधे मानते हैं। सारी धरती ही नहीं बल्कि सृष्टि भी इस उल्लास में बराबर की भागीदार बनती है। ठंड से ठिठुरते जीवों को राहत मिलती है तो सेमल के खिले फूलों की लड़ियां प्रकृति को सजाती-संवारती है। कुछ ऐसा ही दृश्य गोरखपुर की होली में भी देखने को मिलती है। यहां रथ पर सवार गोरक्षपीठाधीश्वर चलते हैं, तब आसमान से फूल और रंग बरसते हैं। फिजाओं में घुले गुलाल-अबीर एक खुशनुमा माहौल तैयार करते हैं। श्रद्धालुओं का अनुशासित हुजूम देख बरसाने की होली की याद ताजा हो जाती है।



लगभग 06 से 07 किलोमीटर की सड़क पर उमड़ी भीड़ रथ पर सवार गोरक्षपीठाधीश्वर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पीछे पीछे ठीक वैसे ही चल रही होती है जैसे भगवान कृष्ण के पीछे गोपिकाएं और बाल-गोपाल। वाकई यह सुखद दृश्य उल्लास और उमंग का संगम होता है। यहां अद्भुत माहौल और श्रद्धा सबको अपनी ओर आकृष्ट करता है। भगवान नरसिंह की रंगभरी शोभायात्रा के नाम से जानी जाने वाली यह होली अद्भुत है। होली के दिन रथ पर सवार होकर इसकी अगुआई करते गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ भगवान नरसिंह की तरह अपने भक्तों को न सिर्फ अनुशासित भाव से कर्म में लीन रहने का संदेश देते हैं बल्कि उनकी सुरक्षा में सदैव सन्नद्ध रहने के संकल्पित भाव को भी परिलक्षित करते हैं।



लोग खींचते हैं रथ

गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जिस रथ पर सवार होते हैं, उसे यहां के खींचते हैं। रथ के आगे-पीछे हजारों की संख्या में मौजूद होती है और जयकारे से पूरा वातावरण उल्लासमय-भक्तिमय होता है। रथ पर सवार गोरक्षपीठाधीश्वर जिस रास्ते से गुजरते हैं, उन रास्तों के किनारे स्थित घरों की छतों पर खड़ी महिलाएं और बच्चे गोरक्षपीठाधीश्वर और यात्रा में शामिल लोगों पर रंग-गुलाल फेंकते हैं। बदले में इधर से भी उन पर भी रंग-गुलाल फेंका जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार/आमोद