उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफिया अतीक के साथ गिरोह सुर्खियों में

राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और गनर की हत्या में शामिल होने की आशंका

उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफिया अतीक के साथ गिरोह सुर्खियों में

 25 फरवरी । प्रयागराज में बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और गनर की हत्या के बाद सियासत के साथ जुर्म की दुनिया में भी भूचाल आ गया है। प्रयागराज से लेकर पूरे पूर्वांचल में एक बार फिर बाहुबली माफिया पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके चारों बेटों मोहम्मद उमर अहमद और अली अहमद और उनके गिरोह के प्रमुख शूटरों का नाम सुर्खियों में हैं।

उमेश पाल के सनसनीखेज तरीके से हत्या के बाद उनकी पत्नी और मां ने अतीक और उनके बेटों के गिरोह पर ही वारदात को अंजाम देने का गंभीर आरोप लगाया है और नामजद मुकदमा भी दर्ज कराया है। हत्याकांड में अभी पुलिस छानबीन और हमलावरों के गिरफ्तारी में जुटी है। किसी ठोस नतीजे तक अभी नहीं पहुंची है। इस मामले में अतीक के दो बेटों अहजम, आबान को हिरासत में लेकर पुलिस टीम पूछताछ भी कर रही है। वारदात के दौरान सड़कों पर शूटरों के आतंक को देख शक की सुई अतीक गिरोह के इर्द-गिर्द घूम रही है। पुलिस अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन से भी पूछताछ कर रही है।

उधर, उमेश हत्याकांड में जो नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। उसमें दिख रहा है कि एक सफेद कार सड़क के किनारे आकर रुकती है। अधिवक्ता उमेश पाल और उनके गनर लगभग एक साथ उतरते हैं। उमेश फोन से किसी से बात कर जैसे ही कार से आगे बढ़ते है। अचानक पीछे से एक टोपी लगाए हुए एक युवक उन पर फायर झोक देता है। इसी दौरान निकट की दुकान में पहले से छिपा एक शूटर पिस्टल निकाल कर फायरिंग करने लगता है।



गोली उमेश को लगती है, वो तड़पते हुए गिर पड़ते हैं। एक और गोली बगल में खड़े गनर को लगती है। वो भी जमीन पर गिर पड़ता है। उमेश जान बचाने के लिए गली में अपने घर के अंदर भागते हैं। तभी पीछे से एक बदमाश पिस्टल और दूसरा बमबाजी करते हुए घर में घुसता है। इस दौरान एक बम उमेश के कार के पास भी फोड़ देता है। इसी बीच, गनर भी जान बचाने के लिए मकान में घुस जाता है। एक हमलावर गनर का जमीन पर पड़ा बंदूक उठाकर ले जाता है। इन सब के बीच हमलावर आस-पास बमबाजी करते हैं। लबे सड़क इस दुस्साहिक वारदात को देख लोग जान बचाने के लिए भागते हैं। दुकानदार भी दुकान का शटर गिरा कर दुबक जाते है। राह चलते लोगों ने कुछ शूटरों का चेहरा भी देखा लेकिन डर के बारे आगे बढ़ गयेे। पुलिस की टीम घटनास्थल और आसपास के इलाकों के सीसीटीवी के फुटेज को अपने कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दिया। लगभग 100 सीसीटीवी फुटेज में सूत्र बताते है कि एक फुटेज में एक शूटर की कदकाठी अतीक के एक बेटे से मिल रही है। पुलिस टीम सीसीटीवी फुटेज और साफ करने के लिए फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की मदद ले रही है।



बताते चलें अतीक अहमद के एक पुत्र मोहम्मद अली के खिलाफ सीबीआई ने भी लुकआउट नोटिस जारी किया था। बड़े बेटे मोहम्मद उमर अहमद पर भी कई अपराधिक मुकदमें पहले से दर्ज है। उमर पर लखनऊ के आलमबाग निवासी रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल को अगवा कर देवरिया जेल में ले जाने और मारपीट कर करोड़ों की संपत्ति अपने नाम कराने का आरोप है। अतीक के दूसरे बेटे मोहम्मद अली पर अपने खास रिश्तेदार मोहम्मद जीशान से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने सहित कई अन्य आरोप दर्ज है। जानकार बताते है कि उमर और मोहम्मद अली के फरारी के दौरान अतीक के अन्य बेटे अहजम, आबान गिरोह और अपराधिक साम्राज्य खास शूटरों और सफेदपोश रिश्तेदारों के सहयोग से संचालित करते रहे। बाद में उमर ने सीबीआई कोर्ट में और अली ने न्यायालय में सरेंडर किया तो उसके भाइयों के साथ मां खास गुर्गों के साथ जमानत के प्रयास में लगी रही।