फतेहपुर: विदेशी मौलाना पर धर्मांतरण का आरोप, पुलिस ने किया गिरफ्तार

15 साल से जिले के गाजीपुर कस्बे की मस्जिद में रहकर मुस्लिम छात्रों को दे रहा तालीम

फतेहपुर: विदेशी मौलाना पर धर्मांतरण का आरोप, पुलिस ने किया गिरफ्तार

फतेहपुर, 30 सितम्बर । जिले में गुरुवार को धर्मांतरण के मामले को एक विदेशी मौलाना को पुलिस ने गिरफ्तार किया। उसकी गतिविधियों की पुलिस छानबीन कर रही है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि मौलाना 15 साल पहले नेपाल से आया था। सभी आवश्यक दस्तावेज बनाकर देश की नागरिकता भी ले ली है।जिलाधिकारी को दिये गये शिकायती पत्र में धर्मांतरण कराने का भी आरोप लगाया गया है।

गाजीपुर थाना व कस्बा निवासी बड़ी मस्जिद कमेटी के सदस्य अब्दुल मजीद खां ने पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि विदेशी मौलाना हाफिज फिरोज आलम अपनी पहचान छिपाकर पिछले 15 सालों से उनके गांव में रहकर अवैध धर्मांतरण की पाठशाला चला रहा है। इतना ही नहीं वह लालच देकर कई हिंदू परिवार की लड़कियों का जबरन धर्मांतरण कराकर निकाह भी करवा चुका है। यह विदेशी मौलाना पिछले 15 सालों से अपनी पहचान छिपाकर गाजीपुर में रह रहा है। गाजीपुर कस्बे के बड़ी मस्जिद के सदस्यों ने मौलाना को मस्जिद की जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन मौलाना हाफिज फिरोज आलम मस्जिद में बच्चों को हिंदुओं के खिलाफ गलत तालीम दिया करता था। जिसकी जानकारी लगने पर मस्जिद कमेटी के सदस्यों ने विदेशी मौलाना को मस्जिद से बाहर निकलवा दिया है।

कमेटी के सदस्यों ने बताया कि इस मामले की शिकायत गाजीपुर थाना प्रभारी, सीओ सिटी और पुलिस अधीक्षक से भी की है। पुलिस ने विदेशी मौलाना के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। मामला सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके आरोपी मौलाना को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गतिविधियों की छानबीन चल रही है।

इस मामले में पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस की प्रारंभिक जांच में पाया कि आरोपी मौलाना नेपाल का रहने वाला है। वह 15 साल पहले फतेहपुर जिले में आया था और यहीं रहकर एक मदरसे से इस्लामिक तालीम हासिल की थी। इसके बाद वह गाजीपुर कस्बा की बड़ी मस्जिद में इमाम बन गया था। उन्होंने बताया कि आरोपी मौलाना ने इस मामले में गैर कानूनी तरीके से पहचान पत्र, आधार कार्ड, पैनकार्ड, वीजा सहित तमाम सरकारी दस्तावेजों को बनाकर भारत की नागरिकता हासिल कर ली है। मौलाना के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

बता दें कि अवैध धर्मांतरण के आरोप में जेल में बंद उमर गौतम मूलरूप से फतेहपुर जिले के पंथुआ गांव का ही रहने वाला है। ऐसे में पहचान छिपाकर पिछले 15 सालों से अवैध धर्मांतरण की पाठशाला चलाने वाला विदेशी मौलाना हाफिज फिरोज आलम का नाम सामने आने के बाद जहां प्रशासन की नीद हराम है वहीं उमर से इस मौलाना के कनेक्शन से इन्कार नहीं किया जा सकता है।