रिकॉर्ड विभाग के कर्मचारी नहीं दे सके खसरा सम्बंधी जानकारी, छह को नोटिस
रिकॉर्ड विभाग के कर्मचारी नहीं दे सके खसरा सम्बंधी जानकारी, छह को नोटिस

-नगर आयुक्त ने किया निगम के अलग-अलग विभागों का निरीक्षण-डोर टू डोर कचरा कलेक्शन और व्हीकल मॉनिटरिंग की मांगी रिपोर्ट
प्रयागराज, 23 अप्रैल (हि.स.)। नगर आयुक्त सीलम साईं तेजा ने बुधवार को नगर निगम के विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया। इस दौरान रिकॉर्ड विभाग की लापरवाही सामने आने पर नगर आयुक्त ने विभाग के सभी छह नियमित कर्मचारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। दरअसल, जब उन्होंने कर्मचारियों से जमीन के खसरा से सम्बंधित सिलसिलेवार जानकारी मांगी तो वे कोई उत्तर नहीं दे सके। जिससे नगर आयुक्त ने नाराजगी जताई और सभी को फटकार लगाई।
नगर आयुक्त ने निरीक्षण की शुरुआत जलकल विभाग से की, जहां उन्होंने कार्यालय की बदहाल स्थिति पर चिंता व्यक्त की और रंगाई-पुताई के साथ साथ आम जनता के लिए बैठने की उचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया। इसके बाद वे रिकॉर्ड विभाग पहुंचे, जहां कर्मचारियों के असंतोषजनक जवाबों से आक्रोशित होकर उन्होंने सभी 6 कर्मचारियों मोहम्मद रेहान, अर्चना कुल्लू, रमेश चंद्र रावत, प्रवेश कुमार पवार, रणजीत बिष्ट और छेदी लाल को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए। साथ ही विभाग में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश भी दिए ताकि निगरानी प्रणाली को बेहतर बनाया जा सके। इसी क्रम में नगर आयुक्त ने खजाना, सिविल विभाग, स्मार्ट सिटी कार्यालय और एसडब्ल्यूएम कंट्रोल रूम की भी समीक्षा की। स्मार्ट सिटी कार्यालय में शिकायत और कलेक्शन विंडो पर कार्यरत कर्मचारियों से संवाद कर उन्होंने एक सप्ताह का रिकॉर्ड प्रस्तुत करने का आदेश दिया। एसडब्ल्यूएम कंट्रोल रूम में उन्होंने डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की स्थिति जानी और एआई एवं जीपीएस मॉनिटरिंग सिस्टम की कार्यक्षमता की समीक्षा की। उन्होंने वाहनों की जोनवार स्थिति और कचरा कलेक्शन की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।बसवार स्थित डंपिंग यार्ड के स्थिति की जब मॉनिटरिंग की गई तो सामने आया कि वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में से केवल एक ही काम कर रहा है। इस पर नगर आयुक्त ने न केवल सभी कैमरे तुरंत ठीक कराने के निर्देश दिए, बल्कि उनकी संख्या बढ़ाने का भी आदेश दिया। उन्होंने शहर में अन्य खराब मॉनिटरिंग कैमरों को भी शीघ्र सुधारने और मेंटीनेंस में लापरवाही बरतने वाले वेंडर की पेमेंट काटने के निर्देश दिए।
नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि निगम कार्यों में पारदर्शिता और दक्षता पहली प्राथमिकता है और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त दीपेंद्र यादव, सहायक नगर आयुक्त दीपशिखा पांडेय, पर्यावरण अभियंता उत्तम वर्मा, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट मैनेजर संजय रथ, कार्यालय अधीक्षिका अनुपमा श्रीवास्तव, नगर आयुक्त के निजी सचिव एस एस त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।