आहार-अध्यात्म व आसन भारतीय स्वास्थ्य चिंतन के आधारभूत तत्व: डॉ अशोक कुमार वार्ष्णेय

आहार-अध्यात्म व आसन भारतीय स्वास्थ्य चिंतन के आधारभूत तत्व: डॉ अशोक कुमार वार्ष्णेय

आहार-अध्यात्म व आसन भारतीय स्वास्थ्य चिंतन के आधारभूत तत्व: डॉ अशोक कुमार वार्ष्णेय

प्रयागराज,11 मार्च (हि.स.)। सात्विक आहार से निर्मित यह शरीर जब आध्यात्मिक अनुशासन से परिपुष्ट होकर आसनों के अभ्यास से दृढ़ता को प्राप्त करता है । तभी सर्वांगीण स्वास्थ्य रूपी फल को प्राप्त कर वह आनंदपूर्वक निरामय जीवन व्यतीत करता है । यह उद्गार आरोग्य भारती, विश्व आयुर्वेद मिशन एवं केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा मंगलवार को आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ अशोक कुमार वार्ष्णेय ने प्रकट किए ।

उन्होंने स्वास्थ्य के शारीरिक, मानसिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक पहलुओं के महत्व पर विस्तृत प्रकाश डाला । कहा, आरोग्य भारती का मूल उद्देश्य स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा करना है । इसके लिए अन्य प्रकल्पों के साथ-साथ स्वस्थ जीवनशैली का प्रचार प्रसार ही आरोग्य भारती की प्राथमिकता है । संगोष्ठी के विशिष्ट अतिथि डॉ विवेक चतुर्वेदी ने महाकुंभ जैसे आस्था के महापर्व को भारतीय संस्कृति की वैश्विक स्वीकारोक्ति बताया । उन्होंने 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के जनसमूह को सुव्यवस्थित एवं नियंत्रित करना प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रत्यक्ष निर्देशन से ही संभव बताया ।

संगोष्ठी में विषय प्रवर्तन करते हुए विश्व आयुर्वेद मिशन के संस्थापक अध्यक्ष डॉ जी एस तोमर ने आहार को स्वास्थ्य एवं रोग दोनों के लिए आवश्यक बताया ।

कार्यक्रम में अन्य विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज , प्रयागराज की पूर्व शोध अधिकारी डॉ शांति चौधरी ने पोषक तत्वों से भरपूर पारंपरिक आहार श्रृंखला को अपनाने का आह्वान किया । अपने उद्बोधन में उन्होंने “जैसा खाएँगे अन्न वैसा बनेगा मन” का उदाहरण देते हुए खान पान की शुद्धता को सुखी एवं स्वस्थ जीवन की रीढ़ बताया ।

इस अवसर पर महाकुंभ में सेवा के उत्कृष्ट सम्पादन के लिए अपर मेला अधिकारी एडीएम डॉ विवेक चतुर्वेदी सहित डॉ अवनीश पाण्डेय, डॉ हेमन्त सिंह, डॉ कामता प्रसाद, डॉ सुनील वर्मा, डॉ माताशंकर दुबे एवं डॉ आशीष मौर्य को श्रद्धालुओं की अहर्निश चिकित्सा सेवा के लिए सम्मानित किया गया । इसके अलावा सेवा में सहयोग के लिये अंकुर सिंह, अरुण जायसवाल एवं आशीष शुक्ला को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया । महाकुंभ में विश्व आयुर्वेद मिशन के शिविर की उत्कृष्ट व्यवस्था हेतु अनुराग अस्थाना को भी सम्मानित किया गया ।