भक्तों ने की माता कालरात्रि की पूजा, बुधवार को रखा जाएगा अष्टमी व्रत

भक्तों ने की माता कालरात्रि की पूजा, बुधवार को रखा जाएगा अष्टमी व्रत

भक्तों ने की माता कालरात्रि की पूजा, बुधवार को रखा जाएगा अष्टमी व्रत

शारदीय नवरात्र की सप्तमी तिथि को माता कालरात्रि देवी की जय जयकार हुई। भक्तों ने आदिशक्ति माता दुर्गा के इस रूप की पूजा की। माता कालरात्रि आदिशक्ति माता दुर्गा के सातवें स्वरूप में जगत में पूजित हैं। सप्तमी तिथि पर संदोहन देवी मंदिर में माता के महिशासुर मर्दिनी के स्वरूप के दर्शन कराए गए। बड़ी काली मंदिर में माता का श्रृंगार मखाने से हुआ। नवरात्रि पर इस मंदिर में काफी संख्या में भक्त दर्शन करने जाते हैं। बुधवार को अष्टमी व्रत रखा जाएगा। मंदिरों में हवन होंगे।

चौपटिया के संदोहन देवी मंदिर में सप्तमी तिथि पर देवी के महिशासुर मर्दिनी स्वरूप के दर्शन कराए गए। माता के दिव्य दर्शन कर भक्तों ने आशीर्वाद लिया। इसके अलावा यहां मंदिर में देवी स्वरूपा 21 कन्याओं को फलहारी भोग अर्पित किया गया। मंदिर के व्यवस्थापक अनूप मिश्रा ने बताया कि मंदिर में अष्टमी पर हवन होगा।

ठाकुरगंज स्थित मां पूर्वी देवी मंदिर में माता का महाकाली स्परूप में श्रृंगार हुआ। इस अवसर पर भवन को लाल रंग में किया गया। यहां सुबह दुर्गासप्तशती का पाठ हुआ और शाम को महिलाओं ने देवी के भजन किए।

शास्त्री नगर स्थित श्रीदुर्गा मंदिर में माता का श्रृंगार कई प्रकार के अनाजों और मसालों से किया गया। भक्तों को यही सब प्रसाद रूप में बाट भी दिया जाता है। मंदिर के सेवादार सनोज मिश्रा ने बताया कि बुधवार को मंदिर में हवन होगा और गुरुवार को 351 देवी स्वरूप कन्याओं को भोग लगाया। इसके अलावा भंडारा भी होगा। इसके अलावा शहर के रानीकटरा स्थित बड़ी काली जी मंदिर, छोटी काली जी मंदिर देवी का मखाने से श्रृंगार किया गया।