अक्षय तृतीया पर श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई पुण्य की डुबकी, बाबा दरबार में लगाई हाजिरी
वस्त्र, आभूषण, भवन व वाहन आदि की हुई खरीदारी
वाराणसी, 03 मई । धर्म नगरी काशी में बैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की अक्षय तृतीया पर मंगलवार को लोगों ने पवित्र गंगा में अक्षय पुण्य की डुबकी लगाने के बाद दान पुण्य किया और बाबा विश्वनाथ के दरबार में भी हाजिरी लगाई। गंगाघाट पर लोग स्नान के लिए अलसुबह से ही पहुंचने लगे थे। स्नान का सिलसिला सभी घाटों पर दिन चढ़ने तक चलता रहा। अक्षय पुण्य की कामना के साथ कई घरों में हवन पूजन भी किया गया।
बाबा विश्वनाथ और श्री संकटमोचन दरबार में भी आस्थावानों की भीड़ दर्शन पूजन के लिए जुटी रही। अक्षय तृतीया पर ही सामाजिक संस्था नमामि गंगे काशी क्षेत्र की टीम ने दशाश्वमेध घाट पर गंगा निर्मलीकरण के अक्षय संकल्प के साथ मां गंगा का दुग्धाभिषेक किया। पर्यावरण संरक्षण की कामना से सदस्यों ने भगवान सूर्य और मां गंगा की आरती उतारी। गंगा तलहटी की सफाई करके जल संरक्षण का संदेश दिया। इसमें संयोजक राजेश शुक्ल, रामप्रकाश जायसवाल, रश्मि साहू, रंजीता गुप्ता, पुष्पलता वर्मा आदि शामिल रहे। पूर्वांह बाद लोगों ने परम्परानुसार सोने और चांदी के सिक्के भी खरीदे। आर्थिक रूप से सम्पन्न लोगों ने सोने, चांदी के आभूषणों के साथ हीरे जवाहरात के साथ जमीन और वाहन भी खरीदे। मंदिरों में दीपक जलाए गए। भगवान विष्णु के प्रतिमा को चंदन का लेप लगाकर विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। अक्षय तृतीया पर वस्त्र, आभूषण, भवन व वाहन आदि की खरीदारी करना शुभ मानते है। धार्मिक मान्यता भी है कि अक्षय तृतीया के दिन जो लोग सोने की खरीददारी करते हैं, उनकी किस्मत साल भर तक सोने की तरह चमकती है।