बीएचयू उर्दू विभाग आमंत्रण विवाद मामले में जांच के लिए समिति गठित

महामना की जगह अल्लामा इकबाल की तस्वीर लगा दी थी, हो रही किरकिरी

वाराणसी, 09 नवम्बर । काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के उर्दू विभाग के वेबिनार में आमंत्रण पत्र पर महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की जगह पाकिस्तान के अल्लामा इकबाल की फोटो लगाने के विवाद में जांच समिति गठित की गई है।

मंगलवार शाम विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क अधिकारी प्रो. राजेश सिंह ने बताया कि उर्दू दिवस के अवसर पर उर्दू विभाग द्वारा आयोजित एक वेबिनार के ई-पोस्टर को लेकर उत्पन्न हुए विवाद मामले में तथ्यों को स्पष्ट करने के लिए विभागाध्यक्ष, उर्दू विभाग को नोटिस जारी किया गया है। इस सम्बंध में तथ्यों की जांच के लिए प्रो. के.एम. पांडे, विभागाध्यक्ष, अंग्रेज़ी विभाग की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित की गई है। प्रो. बिमलेन्द्र कुमार, विभागाध्यक्ष, पाली एवं बौद्ध अध्ययन विभाग, समिति के सदस्य एवं सहायक कुलसचिव, कला संकाय, समिति के सदस्य सचिव होंगे। समिति अपने गठन के तीन कार्य दिवसों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

इस मामले को तूल पकड़ता देख विश्वविद्यालय प्रशासन ने ट्वीट कर भूल सुधारा, आमंत्रण में महामना की तस्वीर लगाई। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ कला संकाय के डीन प्रो. विजय बहादुर सिंह ने पहले ही खेद जताया था। उर्दू विभागाध्यक्ष ने भी माफी मांग मामले को शांत करने का प्रयास किया।

बतातें चले कि उर्दू दिवस पर विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग ने वेबिनार का आयोजन किया था। वेबिनार में भाग लेने के लिए आमंत्रण पत्र में विश्वविद्यालय के संस्थापक भारत रत्न महामना पं. मदन मोहन मालवीय की तस्वीर की जगह पाकिस्तान समर्थक अल्लामा इकबाल की तस्वीर लगा दी। ये आमंत्रण जैसे ही वायरल हुआ बीएचयू के छात्र भड़क गये। छात्रों ने सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर आमंत्रण पर लगी तस्वीर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इसको लेकर लोगों में आक्रोश भी बढ़ने लगा। इस मामले में शोध छात्र पातंजलि पांडेय और अन्य छात्रों के दल ने कला संकाय के डीन से मिलकर विरोध जता पत्रक भी सौंपा था।