आरओ-एआरओ पेपर लीक में आयोग ने दर्ज कराया मुकदमा
आरओ-एआरओ पेपर लीक में आयोग ने दर्ज कराया मुकदमा
प्रयागराज, 04 मार्च । उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ-एआरओ) परीक्षा में पेपर लीक के प्रकरण में सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। आयोग के सचिव अशोक कुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
शासन की ओर से आरओ-एआरओ प्रारम्भिक परीक्षा-2023 को निरस्त किए जाने के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के इतिहास की सबसे बड़ी परीक्षा पर पेपर लीक का दाग लग गया। प्रथम प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन के 103 और द्वितीय प्रश्न पत्र सामान्य हिंदी के 25 प्रश्नो के परीक्षा शुरू होने से पहले ही लीक होने के प्रमाण मिले हैं। अभ्यर्थियों के प्रत्यावेदन में इसके प्रमाण भी मिले हैं। प्रारम्भिक जांच के बाद आयोग की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
उल्लेखनीय है कि, आरओ-एआरओ के 411 पदों के लिए 10,76,004 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। परीक्षा के लिए प्रदेश के 58 जिलों में 2387 केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा में 64 फीसदी अभ्यर्थी शामिल हुए थे। हालांकि, आयोग ने परीक्षा में गड़बड़ी रोकने के लिए इस बार कई नए कदम उठाए थे। पहली बार परीक्षा केंद्रों में 50 फीसदी से अधिक बाहरी कक्ष निरीक्षक तैनात किए गए थे।
सिविल लाइन थाना प्रभारी ने वार्ता करने पर बताया कि शनिवार यानि 02 मार्च को लोक सेवा आयोग ने मुकदमा दर्ज कराया है। जांच कार्यवाही चल रही है।