एनसीआर के प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी ने रेल कर्मियों को दिया मंत्र

अपनी ड्यूटी को खुशी के लिए न करके ख़ुशी से करने का मंत्र

एनसीआर के प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी ने रेल कर्मियों को दिया मंत्र

प्रयागराज, 08 जून । संरक्षित संचालन एवं तनावमुक्त जीवन के लिए रनिंग कर्मियों में जागरूकता बनाए रखने के लिए 'स्वस्थ दिमाग : संरक्षित संचालन' के तहत प्रयागराज लॉबी में संरक्षा संगोष्ठी हुई। जिसमें 17 मुख्य लोको निरीक्षक एवं 75 रनिंग कर्मियों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि एनसीआर के प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी जे.सी.एस. बोरा ने अपनी ड्यूटी को खुशी के लिए न करके ख़ुशी से करने का मंत्र दिया।



शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने रनिंग कर्मचारियों से संवाद करते हुए संरक्षित संचालन के लिए रनिंग कर्मियों से लाइन पर आने वाली समस्याओं के बारे में वृहद् चर्चा की तथा सारी समस्याओं पर त्वरित कार्यवाही का आश्वासन भी दिया। इसके साथ ही हाल ही में हुए ओवर शूटिंग से सीख लेते हुए सिगनल को ईमानदारी से प्रभावशाली ढंग से कॉल आउट करने पर बल दिया। प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी ने रनिंग कर्मियों के कार्य की तारीफ करते हुए उन्हें अपनी ड्यूटी पर गर्व महसूस करने को कहा। साथ ही मोबाईल फोन को एक बीमारी बताते हुए ड्यूटी के दौरान मोबाइल से दूर रहने की सलाह दी।



मुख्य बिजली लोको इंजीनियर ने लोको पायलट एवं सहायक लोको पायलट दोनों को एक दूसरे के प्रति सजग रहने तथा सिग्नल का पूर्वानुमान न लगाने तथा गाड़ी को निर्धारित गति से संचालित करने का मंत्र दिया। मुख्य बिजली लोको अभियंता ने रनिंग कर्मियों को तनावमुक्त होकर कार्य करने की सलाह दी। वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर परिचालन ने सभी मुख्यालय के अधिकारी का आभार प्रकट करते हुए सभी लोको पायलट तथा सहायक लोको पायलट की ओर से अधिकारीगण द्वारा दिए गए परामर्श का अक्षरशः पालन करने का आश्वासन दिया।



संगोष्ठी में मुख्य लोको निरीक्षक (मुख्यालय) अवधेश कुमार ने हाल ही में हुये स्पैड प्रकरण पर चर्चा की तथा गाड़ी संचालन के दौरान एकाग्रता के महत्व के बारे में समझाया। संगोष्ठी के संचालन कर्ता मुख्य क्रू नियंत्रक (सामान्य) वासुदेव पाण्डेय ने रनिंग कर्मचारियों को तनावमुक्त रहकर जीवन में सफल होने के फंडे को वीडियो द्वारा बताया। साथ ही स्पैड की घटनाओ के प्रति जागरूक किया।