सेंट्रल बैंक कांड : लॉकरों से गायब जेवरात व पूंजी की वापसी के लिए ग्राहकों ने मांगी भीख
सेंट्रल बैंक कांड : लॉकरों से गायब जेवरात व पूंजी की वापसी के लिए ग्राहकों ने मांगी भीख
कानपुर, 14 अप्रैल । लॉकर चोरी न्याय संघर्ष समिति के सदस्यों के साथ सेंट्रल बैंक लॉकर चोरी पीड़ित परिवारों ने खेरेपति बाबा मंदिर के बाहर विरोध स्वरूप भीख मांग कर अपनी व्यथा व आक्रोश जताया। पीड़ितों ने कहा कि हमें भीख में न्याय चाहिए, हमें भीख में अपने जेवरात चाहिए, हमें भीख में दोषियों को सजा चाहिए, हम भीख मांग रहे हैं क्योंकि भीख मंगवाने के लिए जिम्मेदार बैंक के अधिकारी ही हैं।
समिति के संयोजक वैश्य महासंगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिद्धार्थ काशीवार व संयोजक प्रान्तीय व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता के नेतृत्व में एकत्रित पीड़ित व व्यापारियों ने भीख मांगते हुए नारे लगाए। नारों के जरिए कहा कि हम न्याय की भीख मांगते हैं, हम भीख मांगते हैं हमारा जेवर वापस दो, दोषियों को कड़ी सजा की हम भीख मांगते हैं व बैंक कर्मचारियों की डकैती की वजह से हम भीख मांगने को मजबूर हैं। पीड़ित बैंक लॉकर धारक निर्मला, मीना, सुशीला ने राहगीरों से कहा कि बैंक वाले पैसे के भूखे हैं, उनके लिए हमें भीख दो।
वैश्य महासंगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिद्धार्थ काशीवार ने कहा कि यह आम जन की लड़ाई लड़ रहे हैं और बैंक जैसे संस्था द्वारा ऐसी भयानक लूट जिसकी कोई सपने में भी कल्पना नहीं कर सकता, किसी के साथ भी हो सकती है। बैंक कर्मियों के दिमाग में रहता है कि पीड़ित कुछ नहीं कर पाएंगे, लेकिन हमारी शक्ति और हमारी एकता न्याय लेकर रहेगी।
समिति के संयोजक व प्रान्तीय व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि परेशान व आक्रोशित लॉकरधारी इस विरोध के माध्यम से अपना आक्रोश, अपनी पीड़ा व बैंक अधिकारियों की संवेदनहीनता को उजागर कर रहे हैं। अभी तक बैंक के सीएमडी, जोनल मैनेजर या रीजनल मैनेजर स्तर से पीड़ितों से कोई संपर्क नहीं किया गया है जो बैंक अधिकारियों के अमानवीय व क्रूर चेहरे को उजागर करता है।
वरिष्ठ व्यापारी नेता पवन गुप्ता ने कहा कि आज ये पीड़ित व व्यापारी भीख मांग कर अपनी दयनीय स्तिथि को उजागर करते हुए न्याय के लिए भीख मांगने को मजबूर हैं क्योंकि लॉकर रक्षकों ने ही भक्षक बन कर इनका लॉकर लुटा है। भीख मांग कर बैंक अधिकारियों की दुष्टता व संवेदनहीनता को चाटा मारा है।
वक्ताओं व पीड़ितों ने कहा कि लगातार बैंक के अधिकारियों के इस अपराध के विरुद्ध और न्याय की मांग के साथ आंदोलन चलाया जाएगा।पीड़ितों को न्याय न मिलने तक बैंक को काम नहीं करने दिया जाएगा।
सिद्धार्थ काशीवार व अभिमन्यु गुप्ता के अलावा पवन गुप्ता, अरविंद गुप्ता, गुरु प्रसाद गुप्ता, सत्य कुमार गुप्ता, ऋषी ओमर, श्री कृष्ण गुप्ता, अशोक गुप्ता पिंटू, राजेश गौतम, सुनील अग्रवाल, अजय तिवारी, पियूष गुप्ता, मुकुल साहू, राजू मखाना, विराट गुप्ता आदि थे।