व्यापारी के इकलौते बेटे की किडनैपिंग के बाद हत्या, जंगल में मिला शव

शंकरगढ़ पुलिस ने मुठभेड़ में तीन बदमाशों को किया गिरफ्तार

व्यापारी के इकलौते बेटे की किडनैपिंग के बाद हत्या, जंगल में मिला शव

प्रयागराज, 24 सितम्बर । शंकरगढ़ व्यवसाई पुष्पराज केसरवानी के 14 वर्षीय इकलौते बेटे शुभ की शनिवार की सायं अपहरण करके हत्या कर दी गई। रविवार सुबह बच्चे का शव चित्रकूट के जंगल में मिला है। बच्चे के अपहरण के बाद पिता के मोबाइल पर बदमाशों ने 15 लाख की रंगदारी मांगी थी। पिता ने यह सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने नंबर सर्विलांस पर लगाकर जांच शुरू की।

प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने प्रेस कॉफ्रेंस कर बताया कि बच्चे का अपहरण करने वाले बदमाशों से शंकरगढ़ में पुलिस की मुठभेड़ हुई। इसमें दो अपहरणकर्ता सुखदेव और संजय को गोली लगी है। वहीं, मुठभेड़ में एक सिपाही को भी गोली लगी है। उन्होंने बताया कि लोकनाथ, पुष्पराज का ट्रक चलाता है। सुखदेव लोकनाथ का भाई है और उसके घर आना-जाना था। उन्होंने शुभ से कहा कि चलो तुम्हें जंगल में खरगोश दिखाते हैं। शुभ चूंकि जानता था इसलिए वह उसके झांसे में आ गया और उसके साथ चला गया।

परिजनों के मुताबिक, शनिवार शाम 4 बजे बेटा शुभ शंकरगढ़ में ही दुकान के आसपास खेल रहा था। अचानक वह लापता हो गया। काफी देर जब नजर नहीं आया तो परिवार ने आसपास तलाश किया। लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चल सका। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर ली। मामला अपहरण से जुड़ने के बाद पुलिस हरकत में आई। जिस नंबर से फिरौती की कॉल आई उसे सर्विलांस में लगाया गया। डीसीपी यमुनानगर अभिनव त्यागी ने परिजनों से डिटेल्स ली। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम रवाना किया गया। लेकिन कुछ ठोस हाथ नहीं आया।

कमिश्नर ने बताया कि सुखदेव ने संजय और गणेश के साथ मिलकर इस पूरे अपहरण की साजिश रची थी। पुलिस ने नंबरों को सर्विलांस पर लगाया तो तीसरे व्यक्ति गणेश का पता चला। गणेश सुखदेव का भतीजा है। गणेश को पुलिस ने जब उठाया तो उसी ने बताया कि शुभ को बरगढ़ के जंगल में ले जाकर उसकी हत्या कर दी गई है। सुखदेव और संजय शंकरगढ़ के जंगलों में छिपे हैं।

इसके बाद कई थानों की फोर्स और एसओजी की टीम ने सुखदेव और संजय की शंकरगढ़ के जंगल में घेरेबंदी की तो दोनों ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। दोनों के पैर में गोली लगी है। फायरिंग में एक सिपाही घायल हो गया है। सभी को स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। अपहरण के कारणों का पता लगाने के लिए पूछताछ चल रही है। मुठभेड़ में गिरफ्तार बदमाशों में सहदेव बारगढ़ जिला चित्रकूट एवं दूसरा संजय रामबाग, पनवार जिला रीवा मध्य प्रदेश का निवासी है।


थाना प्रभारी शंकरगढ़ मनोज सिंह ने बताया कि घटना में तीन अपराधी सुखदेव, संजय और गणेश चंद्र शामिल थे। फिरौती नहीं मिलने पर बच्चे की हत्या की गई थी। मुठभेड़ के दौरान तीनों को गिरफ्तार कर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।