फेक आईडी बना शादी कराने वाले बंटी - बबली भेजे गए जेल

वैश्य समाज में लड़कियों को शादी का लालच देकर ठगे रुपए

फेक आईडी बना शादी कराने वाले बंटी - बबली भेजे गए जेल

कौशाम्बी, 20 मार्च । प्रयागराज जनपद के रहने वाले बंटी बबली को मंझनपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। कौशाम्बी पुलिस ने इन पर 25 हजार का इनाम घोषित किया हुआ था। गिरफ्तार बंटी बबली के कारनामे की हिस्ट्री पुलिस अब अकाउंट फ्रीज कर तलाश रही है।

एसपी के मुताबिक गिरफ्तार बदमाश शातिर तरीके से वैश्य समाज की लड़कियों को अच्छे रिश्ते का प्रलोभन देकर मंझनपुर व पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र में 10 लाख रुपए ठगे थे। इसके अलावा अन्य लोगों से भी आरोपियों ने करोड़ों की ठगी की है। जिसकी जांच कराई जा रही है।



पश्चिम शरीरा और कोखराज़ थाना क्षेत्र की रहने वाली युवतियों ने एसपी बृजेश श्रीवास्तव को एक शिकायती पत्र देते हुए बताया था कि फर्जी मेट्रोमोनियल आईडी बना कर युवतियों से ठगी की जा रही है। शिकायत पर एसपी ने मंझनपुर के साइबर थाने में मुकद्दमा दर्ज कराया। जांच शुरू हुई तो चौकाने वाला खुलासा हुआ। आरोपी अश्वनी कुमार वैश्य और उसकी पत्नी रीतू वैश्य द्वारा फर्जी शादी डाटकॉम साइड बनाकर युवक और युवतियों के साथ ठगी की जा रही है। इस मामले में पुलिस ने जीतू यादव और अमित कुमार गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जीतू खुद को जज का बेटा बताता था, तो अमित फैक्ट्री का मालिक बता कर ठगी में शामिल था। लेकिन मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर थे। पुलिस ने फरार पति-पत्नी पर 25-25 हज़ार का इनाम भी घोषित कर दिया था। पुलिस इनकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी।



बीती रात एसटीएफ को सूचना मिली थी कि थाना पश्चिम शरीरा और मंझनपुर में दर्ज दो मुकदमों में वांछित चल रहे 25-25 हजार के इनामी अभियुक्त अश्वनी कुमार वैश्य व उसकी पत्नी रीतू वैश्य उर्फ रीतू यादव कल्याणी देवी पार्क थाना अतरसुइया के पास टहलने आते हैं। इस पर एसटीएफ ने आरोपियों को पकड़ कर थाना मंझनपुर व साइबर थाना पुलिस को सुपुर्द किया।



एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया, पूछताछ पर गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वह दोनों पति पत्नी हैं। वह फर्जी मेट्रोमोनियल आईडी बनाकर शादी हेतु युवक-युवतियों से सम्पर्क करते हैं। फर्जी नाम पते पर सिम खरीदकर इस माध्यम से जुड़े लोगों से कई महीनों तक बात करते हैं। इस दौरान उनसे पैसे, जेवरात आदि की मांग करते हैं। जब उनसे पैसा एवं जेवरात आदि मिल जाता है तो मोबाइल बंद कर सिम फेंक देते हैं। इस तरह से यह लोग काफी लोगों से ठगी कर करोड़ों रुपए वसूल चुके हैं। इन पर गैंगस्टर की कार्यवाही करेंगे।