ब्रह्मलीन महन्त नरेन्द्र गिरी का पांच अक्टूबर को होगा षोडषी
महन्त नरेन्द्र गिरी के हत्यारों की गिरफ्तारी हमारी पहली प्राथमिकता: हरी गिरी महाराज
प्रयागराज, 29 सितम्बर । हिन्दू संस्कृति की ही तरह संत पम्परा में ब्रह्मलीन हो चुके महन्त नरेन्द्र गिरी का षोडषी भण्डारे का आयोजन होगा। इस कार्यक्रम के बाद ही निरंजनी अखाड़े के पंच पमेश्वर की बैठक होगी। अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है। यह जानकारी स्वामी महेशानन्द महराज ने दी।
बुधवार को महराज ने बताया कि महन्त नरेन्द्र गिरी की भू-समाधि कार्यक्रम के बाद प्रयागराज से वह हरिद्वार आ गए हैं। हिन्दू समाज में जिस तरह से तेरहवी संस्कार होता है। उसी तरह सन्त समाज में किसी भी महन्त के ब्रम्हलीन हो जाने के बाद 16 दिन पर षोडषी का आयोजन प्रत्येक अखाड़े में होता है। इस कार्यक्रम के बाद ही अन्य कोई नया कार्य के सम्बन्ध में निरंजनी अखाड़े की बैठक होगी, उसके बाद विचार किया जायेगा।
महन्त नरेन्द्र गिरी के हत्यारों की गिरफ्तारी हमारी पहली प्राथमिकता
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरी गिरी महाराज ने कहा कि महन्त नरेन्द्र गिरी की मौत का जिम्मेदार जो है उन्हें गिरफ्तार किया जाये। हिन्दू संस्कृति एवं सन्त परम्परा को कलंकित करने वाले जेल भेजे जाये, यह हमारी पहली प्राथमिकता होगी। सन्त समाज आज चिन्ता में है। इस तरह से हिन्दू संस्कृति को नष्ट करने की साजिश की जा रही है। सबसे पहले इसकी रक्षा हम सन्तों की जिम्मेदारी है और सरकार से भी मांग है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये, अन्य कार्य तो होते रहेंगे। रही बात निरंजनी अखाड़े की महन्त का निर्णय तो होता रहेगा, उस अखाड़े के सन्त बैठक करके निर्धारित करेंगे।
बलबीर गिरी पर लगा गम्भीर आरोप
आनन्द गिरी ने आरोप लगाया है कि बलवीर गिरी पर मध्य प्रदेश में स्थित ओंकारेश्रवर में दिगम्बरी बलवीर पुरी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज है। वहां पलडिया गांव में निरंजनी अखाड़े की काफी सम्पत्ति है, जहां वर्ष 2005.06 के बीच बलवीर रुके थे। वहां हुई एक संत की हत्या मामले में बलबीर गिरी पर आरोप लगा था। इस तरह की खबर सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। लेकिन इसकी अब तक कोई पुष्टि नहीं हो सकी है।