कुंडली बॉर्डर पर एक और किसान ने पेड़ से फंदा लगाकर की खुदकुशी

कुंडली बॉर्डर पर एक और किसान ने पेड़ से फंदा लगाकर की खुदकुशी

कुंडली बॉर्डर पर एक और किसान ने पेड़ से फंदा लगाकर की खुदकुशी

नई दिल्ली, 10 नवंबर । कुंडली बॉर्डर पर बुधवार सुबह एक किसान ने पेड़ से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। कुंडली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया है। पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है। किसान नेताओं व मृतक के जानकारों से पूछताछ कर आत्महत्या करने का कारण पूछने की कोशिश कर रही है। पुलिस को मौके पर से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।

जानकारी के मुताबिक मृतक व्यक्ति की पहचान गुरप्रीत सिंह के रूप में हुई है। वह परिवार के साथ फतेहगढ़ साहिब के अमरोह तहसील के रुडक़ी गांव का रहने वाला था। आने वाली 17 दिसंबर को उसका जन्म दिन भी था। वह ट्रॉली में अकेला ही रह रहा था। कुंडली पुलिस ने बताया कि बुधवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि अंसल सुशांत सिटी से आगे नांगल रोड स्थित पार्कर मॉल के पास बैठे किसानों में से एक ने नीम के पेड़ से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली है।

पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। जहां पर गुरप्रीत जिसकी बाद में पहचान हुई। उसके शव को चारपाई पर रखा हुआ था। पुलिस ने जिस फंदे से आत्महत्या की थी। उसको भी कब्जे में ले लिया। शव को तुरंत कब्जे में लेकर सोनीपत स्थित सिविल अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया। दोपहर के वक्त पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। शुरूआती जांच में पता चला है कि गुरप्रीत पिछले पांच से छह महीने से आंदोलन से जुड़ा हुआ था। वह बीच में अपने घर भी चला जाया करता था। उसके साथ के किसानों से पता चला है कि वह मानसिक रूप से किसी बात को लेकर परेशान था।

रात को उसने सभी के साथ खाना भी खाया था, लेकिन गुरप्रीत ऐसा कदम उठा लेगा,किसी को नहीं पता था। गुरप्रीत बीकेयू सिद्धपुर से जुड़ा था। मृतक किसान भारतीय किसान यूनियन एवं संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेता जगजीत सिंह के संगठन का सदस्य था। शुरूआती जांच में पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार कर रही है। जिसकी रिपोर्ट के बाद भी साफ हो पाएगा कि यह आत्महत्या है या फिर कुछ ओर,पुलिस घटना के आसपास लगे कुछ सीसीटीवी कैमरों को भी खंगालने की कोशिश कर रही है।

किसान नेताओं में से एक उजागर सिंह ने बताया कि उन्होंने एक और अपने किसान साथी को खो दिया है। गुरप्रीत आंदोलन को लेकर काफी गंभीर था। वह तीनों बिलों को हटवाने के लिये हमारे साथ लड़ रहा था, लेकिन केन्द्र सरकार जिस तरह से अपना अडिय़ाल रूख एख्तियार कर बैठी है और बातचीत नहीं कर रही है।

बोला था कल आ जाऊंगा,शादी की तैयारी करो

गुरप्रीत सिंह पेशे से किसान था। परिवार में माता पिता पत्नी मंदीप कौर और बेटा नलप्रीत सिंह है, जो बी कॉम की पढ़ाई कर रहा है। गुरप्रीत ने बीते मंगलवार को परिवार से फोन पर बातचीत की थी। उसने कहा था कि भतीजी की शादी की तैयारी कर लो मैं कल आंदोलन से वापिस घर आ जाऊंगा।

सभी सुबह उसके आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन सुबह आई उनके मरने की खबर। जिससे परिवार हैरान भी है और सदमें में भी। क्योंकि गुरप्रीत खुदकुशी कर सकता है। किसी को यकीन नहीं हो रहा है। उसकी भतीजी की शादी आने वाली 15 नवंबर को थी,जिसके लिये वह खुद भी तैयारी कर रहा था। शादी के घर में मातम छा गया है। गुरप्रीत के शव को लेने के लिये उनका बेटा नलप्रीत सिंह सिविल अस्पताल पहुंचा था।