शादी के नाम पर धोखा होने के बाद प्रोफेसर ने रची पत्नी की मौत की साजिश
शादी के नाम पर धोखा होने के बाद प्रोफेसर ने रची पत्नी की मौत की साजिश
नई दिल्ली, 10 नवंबर । शादी के नाम पर धोखा होने के बाद ही दिल्ली विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर ने पत्नी की हत्या की साजिश रची थी। उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी में असिस्टेंट प्रोफेसर की पत्नी पिंकी हत्याकांड में अब एक नया मोड़ आ गया है। पुलिस ने हत्या के आरोप में सहायक प्रोफेसर व उसके भतीजे को भी गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपितों की पहचान असिस्टेंट प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार (38) और इसके भतीजे गोविंद (29) के रूप में हुई है। एक आरोपित राकेश कुमार (31) को पुलिस ने सोमवार रात को ही गिरफ्तार कर लिया था। दरअसल वीरेंद्र और पिंकी की फरवरी में शादी हुई थी। उस समय पिंकी के परिजनों ने तिलक में पांच लाख का चेक दिया था जो बाउंस हो गया था।
इसके अलावा शादी के बाद से ही पिंकी ने घर में हंगामा शुरू कर दिया था। अब किसी भी सूरत में वीरेंद्र पिंकी से पीछा छुड़ाना चाहता था। चूंकि राकेश वीरेंद्र का एहसान मानता था, इसलिए उसने पिंकी की हत्या करने की बात की। वीरेंद्र को बस इतना करना था कि राकेश के जेल जाने के बाद उसके परिवार का ख्याल रखने के अलावा उसकी जमानत करवानी थी। वहीं गोविंद ने पिंकी और वीरेंद्र का रिश्ता करवाया था, इसलिए वह भी वारदात में शामिल हुआ।
उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर बताया कि सोमवार रात को पुलिस ने बुराड़ी के वेस्ट संत नगर इलाके से राकेश कुमार नामक युवक को गिरफ्तार किया था। आरोपित का कहना था कि उसने अपनी भाभी पिंकी की हत्या कर दी। पुलिस वेस्ट संत नगर स्थित घर पहुंची तो चौथी मंजिल के एक कमरे से पिंकी का शव बरामद हुआ।
पिंकी दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर (एडहॉक) वीरेंद्र कुमार की पत्नी थी। वारदात के समय घर में वीरेंद्र के 84 वर्षीय पिता व पिंकी अकेले थे। वीरेंद्र मां को लेकर अस्पताल गया था। राकेश ने बताया कि उसने पहले पिंकी का गला घोंटा, बाद में उसे करंट लगाकर मार डाला। दरअसल राकेश पहले वीरेंद्र के मकान की छत पर बने कमरे में रहता था। वीरेंद्र ने राकेश को एक कैब खरीदकर दे रखी थी। उसे चलाकर राकेश खुद का खर्चा और कुछ पैसे वीरेंद्र को देता था।
वीरेंद्र की जब शादी हुई तो अगस्त में आते ही पिंकी ने राकेश व उसके परिवार को भगाकर उनसे टैक्सी भी छीन ली थी। वहीं राकेश ने जो पैसे वीरेंद्र को दिए थे, वह भी पिंकी देने से इंकार कर रही थी।
इस वजह से राकेश ने पिंकी की हत्या कर दी। पुलिस ने राकेश को रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की तो वह बार-बार बयान बदलने लगा। पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की। इसके अलावा आसपास लगे करीब 300 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि वारदात के समय वहां पर वीरेंद्र का भतीजा गोविंद भी मौजूद था।
इधर पूछताछ के दौरान राकेश भी टूट गया। उसने बताया कि उसने वीरेंद्र के कहने पर ही पिंकी की हत्या की। वीरेंद्र पिंकी से परेशान आ गया था। इस वजह से उसने राकेश व अपने भतीजे गोविंद को पिंकी की हत्या के लिए कहा। वारदात के समय जानबूझकर वीरेंद्र मां को अस्पताल ले गया था। इसके बाद पुलिस ने वीरेंद्र व गोविंद को गिरफ्तार कर लिया।