पर्यटकों के लिए 15 नवम्बर से खुल जाएंगे दुधवा सहित प्रदेश के सभी पर्यटन स्थल

पर्यटकों के लिए 15 नवम्बर से खुल जाएंगे दुधवा सहित प्रदेश के सभी पर्यटन स्थल

पर्यटकों के लिए 15 नवम्बर से खुल जाएंगे दुधवा सहित प्रदेश के सभी पर्यटन स्थल

लखनऊ, 09 नवम्बर । प्रदेश में 15 नवम्बर से पर्यटन सत्र शुरू हो जाएगा। इसी के साथ दुधवा टाइगर रिजर्व, कर्तनिया घाट आदि पर्यटकों के लिए खुल जाएंगे। यह निर्णय वन मंत्री दारा सिंह चौहान के निर्देश पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक पवन कुमार शर्मा ने लिया। इसके साथ ही सभी पयर्टन स्थलों को 15 नवम्बर से खोलने के लिए निर्देशित कर दिया।

बता दें कि ईको पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए एक नवम्बर से पर्यटन स्थलों को खोलने का निर्णय लिया गया था। इसी को दृष्टि में रखते हुए बुकिंग भी शुरू हो गयी थी, लेकिन बीच में बारिश को ध्यान में रखते हुए यह तिथि स्थगित कर दी गयी थी। मंगलवार को अब 15 नवम्बर से खोलने का निर्णय लिया गया।

प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव पवन कुमार शर्मा द्वारा प्रबन्ध निदेशक, उप्र वन निगम, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, प्रोजेक्ट टाइगर, फील्ड डायरेक्टर, दुधवा टाइगर रिजर्व, फील्ड डायरेक्टर, पीलीभीत टाइगर रिजर्व, प्रभागीय वनाधिकारी, कतर्नियाघाट व वरिष्ठ वनाधिकारियों के साथ ऑनलाइन व ऑफलाइन बैठकें आयोजित कर विचार-विमर्श किया। इसके बाद संरक्षित क्षेत्रों-दुधवा राष्ट्रीय उद्यान, पीलीभीत टाइगर रिजर्व व कतर्नियाघाट वन्य जीव विहार सहित समस्त वन्य जीव विहारों को 15 नवम्बर से पर्यटकों के भ्रमण के लिए खोलने की संस्तुति की गयी।

प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव, उप्र पवन कुमार शर्मा ने दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में सठियाना रेंज व अन्य स्थानों पर जहॉ सम्पर्क मार्ग अभी भी क्षतिग्रस्त अथवा जलमग्न हैं, वहां जल्द मरम्मत करवाने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि इन मार्गों की मरम्मत होने तक पर्यटकों की सुरक्षा के दृष्टिगत पर्यटकों को इन क्षेत्रों में भ्रमण की अनुमति न दिये जाने, पर्यटकों की सुरक्षा, सुविधा एवं कोविड-प्रोटोकाल व ‘‘ दो गज दूरी-मास्क जरुरी’’ मूल मंत्र का कड़ाई से अनुपालन किया जाना चाहिए।

प्रबन्ध निदेशक उप्र, वन निगम संजय सिंह ने बताया कि एक नवम्बर से पर्यटन सत्र प्रारम्भ होने के पूर्व निर्णय के क्रम में पर्यटक आवास में कराये गये आरक्षण को किसी अन्य तिथि को करवाने अथवा आरक्षण हेतु जमा की गयी धनराशि वापस लेने का विकल्प पर्यटकों को दिया गया है।