प्रतापगढ़ में नायब नाजिर की मौत के बाद आरोपित एसडीएम पर हत्या का मुकदमा दर्ज

प्रतापगढ़ में नायब नाजिर की मौत के बाद आरोपित एसडीएम पर हत्या का मुकदमा दर्ज

प्रतापगढ़ में नायब नाजिर की मौत के बाद आरोपित एसडीएम पर हत्या का मुकदमा दर्ज

प्रतापगढ़, 03 अप्रैल । प्रतापगढ़ जिले के लालगंज तहसील में तैनात पूर्व उप जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह के ऊपर तहसील में नायब नाजिर के पद पर कार्यरत सुनील कुमार शर्मा की पिटाई का आरोप बीते बुधवार को लगाया गया था। शनिवार की रात इलाज के दौरान मेडिकल कॉलेज में पिटाई से घायल कर्मी की मौत के बाद एसडीएम लालगंज और तीन अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मुकदमा कोतवाली लालगंज में दर्ज किया गया है।

बीते बुधवार को लालगंज कोतवाली में तहसील कर्मी की सुनवाई ना होने के बात वह जिलाधिकारी प्रतापगढ़ की चौखट पर न्याय की गुहार लगाया था जहां एडीएम द्वारा तहसील कर्मी नानाजी का चिकित्सीय परीक्षण और इलाज कराए जाने का निर्देश दिया गया। जिसके बाद कर्मचारी संगठनों के दबाव में और आंदोलन की चेतावनी को देखते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज में बने ट्रामा सेंटर में घायल करने का इलाज चला। दो दिन तक सीएचसी में डॉक्टरों ने इलाज किया। जिसके बाद शनिवार को दोपहर लगभग एक बजे घायल घायल को मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए रेफर किया गया। इलाज के दौरान शनिवार को रात घायल नायब नाजिर की मौत हो गई।

परिजनों का आरोप है कि मौत के बाद एक घंटे से अधिक तक परिजनों को सही जानकारी नहीं दी गई। रात में ही भारी संख्या में कर्मचारी मेडिकल कॉलेज पहुंचने लगे और हंगामा करना शुरू कर दिया। पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल भी भारी पुलिस बल के साथ मेडिकल कॉलेज पहुंचे। काफी हंगामे के बाद मौत की पुष्टि जिला प्रशासन द्वारा की गई और शव को परिजनों को सौंपा गया। मेडिकल कॉलेज में मौजूद परिजन और कर्मचारी आरोपित एसडीएम के गिरफ्तारी और 50 लाख मुआवजा तत्काल दिए जाने की मांग पर अड़ गए और पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया।

आनन-फानन में आरोपित उप जिलाधिकारी लालगंज ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह और तीन अन्य अज्ञात के विरुद्ध हत्या सहित विभिन्न गम्भीर धाराओं में मृतक के पुत्र की तहरीर के आधार पर लालगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया। मृतक के बेटे का आरोप है कि उपजिलाधिकारी लालगंज ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह हमारे हमारे पिता के ऊपर अनैतिक दबाव बनाया करते थे और आए दिन गाली गलौज किया करते थे। बुधवार को 6000 ईंट लगवाने की मांग करने लगे और कहने लगे कि ईंट से बाउंड्री वाल का निर्माण कराया जाएगा। उक्त मांग पूरी ना होने पर एसडीएम ने अपने तीन साथियों के साथ हमारे पिता को मारा पीटा और सही इलाज भी नहीं होने दिया। जिसके चलते पिता की मौत हो गई। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया। हत्या के आरोपित लालगंज एसडीएम को रात में ही निर्वाचन आयोग से अनुमति मिलने के बाद तहसील से हटाते हुए अतिरिक्त में जिला मुख्यालय पर अटैच कर दिया गया ।

लालगंज नए एसडीएम अरुण सिंह की तैनाती की गई है। फिलहाल एसडीएम के इस कृत्य से कर्मचारियों के साथ ही आम जनमानस में खासा आक्रोश है अब देखना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले में क्या एक्शन लेते हैं और उप जिलाधिकारी सहित सभी आरोपों पर क्या कार्यवाही की जाती है।