योगी 2.0 में रोजगार मेले के माध्यम से 1.72 लाख युवाओं को मिला रोजगार
श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने विधान सभा में दी जानकारी
लखनऊ, 04 मार्च । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में रोजगार मेले के माध्यम से 1.72 लाख युवाओं को नौकरियां प्रदान की हैं। शुक्रवार को विधानसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने इसकी जानकारी दी।
श्रम एवं सेवायोजन मंत्री ने बताया कि योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में अब तक कुल 1536 रोजगार मेलों का आयोजन किया है, जिसके माध्यम से प्रदेश भर में एक लाख 72 हजार 291 युवाओं को रोजगार प्राप्त हुआ है। यही नहीं, योगी सरकार ने अपने अब तक के करीब 6 साल के कार्यकाल में करीब 7.5 लाख युवाओं को रोजगार मेलों के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराए हैं।
पूरे छह वर्ष के रोजगार मेलों का मंत्री ने दिया विवरण
विधान सभा सदस्य अतुल प्रधान की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने पूरे छह वर्ष का सिलसिलेवार ब्यौरा प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सेवायोजन कार्यालयों द्वारा कार्यालय परिसर एवं परिसर के बाहर या आवश्यक चयनित स्थान में रोजगार मेलों का आयोजन किया जा रहा है। इन मेंलों में निजी क्षेत्र के नियोजकों द्वारा अधिसूचित रिक्तियों के सापेक्ष रोजगार के इच्छुक अभ्यर्थियों द्वारा प्रतिभाग किए जाने की व्यवस्था है। इन रोजगार मेलों में सिर्फ शहरी ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के रोजगार के इच्छुक अभ्यर्थियों को भी सम्मिलित किया जाता है।
मंत्री ने सदन को बताया कि छह साल में लगातार प्रति वर्ष इन मेलों की संख्या में वृद्धि हुई है। 2017-18 में जहां 633 रोजगार मेलों के माध्यम से 63,152 युवाओं को रोजगार दिलाया गया था तो वहीं, 2018-19 में 685 रोजगार मेलों में 1,03,202 को रोजगार मिला। 2019-20 में 733 रोजगार मेले और 1,43,304 रोजगार, 2020-21 में 869 रोजगार मेले और 1,47,499 रोजगार, 2021-22 में 822 रोजगार मेले और 1,17,430 रोजगार उपलब्ध कराए गए। 2022-23 में 31 जनवरी 2023 तक 1536 रोजगार मेलों का आयोजन किया जा चुका है, जिसमें 1,72,291 रोजगार दिए गए हैं।
कुशल कामगारों के लिए बनाया गया सेवामित्र प्लेटफॉर्म
अनिल राजभर ने सदन में ये भी बताया कि योगी सरकार कुशल कामगारों को भी रोजगार से जोड़ने के लिए प्रयासरत है। कुशल कामगारों को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने एवं जनसामान्य व शासकीय विभागों को स्थानीय सेवाएं (प्लम्बर, कारपेन्टर, पेन्टर, इलेक्ट्रिशियन, ड्राईवर आदि) प्रदान करने के लिए सरकार की ओर से सेवामित्र प्लेटफार्म (पोर्टल ेमूंउपजतं.नच.हवअ.पद/ सेवामित्र एप/कॉल सेंटर) की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि 13 फरवरी 2023 तक सेवामित्र पोर्टल पर रजिस्टर संख्या के अनुसार प्रदेश में कुशल कामगारों की संख्या 33,913 है। वहीं सेवा प्रदाताओं की संख्या 753 है। 3839 सेवामित्र भी इसमें जुड़े हुए हैं।
प्रजापति कुम्हारों को आत्मनिर्भर बना रही योगी सरकार
प्रजापति कुम्हारों को लेकर पूछे गए एक सवाल पर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार उनके रोजगार को लेकर संवेदनशील है। इसके लिए सरकार की ओर से माटी कला बोर्ड भी बनाया गया है। यही नहीं, हम उनकी सुविधा के लिए इलेक्ट्रॉनिक चाक भी वितरित कर रहे हैं, ताकि वो सुविधाजनक तरीके से अपना कार्य कर सकें। इसके अलावा उनके लिए 24 घंटे बिजली आपूर्ति की भी सरकार ने व्यवस्था की है।
होमगार्ड स्वयंसेवकों को दी जा रही आर्थिक मदद
होमगार्ड को लेकर किए गए एक सवाल पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि होमगार्ड विभाग के लिए प्रदेश सरकार की ओर से कई महत्वपूर्ण काम किए हैं। इनके नियमितीकरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका खारिज की जा चुकी है, लेकिन योगी सरकार ने इनकी आर्थिक मदद के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इसके अंतर्गत 2018 में इनका दैनिक भत्ता 375 से बढ़ाकर 500 रुपए कर दिया गया। 2019 में इसे 100 रुपए बढ़ाकर 600 रुपए किया गया। यही नहीं, होमगार्ड विभाग का कोई भी जवान ड्यूटी करते समय किसी दुर्घटना के चलते अपंग हो जाता है या उसकी मृत्यु हो जाती है तो उसके परिजनों को सरकार की ओर से 5 लाख रुपए प्रदान किए जाने की भी व्यवस्था की गई है। वर्तमान में प्रदेश में कुल 81,303 होमगार्ड्स स्वयंसेवक कार्यरत हैं।