“शो मस्ट गो ऑन : डॉ. के. के. अग्रवाल”
डॉ. कृष्ण कुमार अग्रवाल था जिनका नाम।
समस्त देशवासी हृदय से करते उनको प्रणाम॥
संक्रमण के बावजूद देते रहें अनवरत सलाह।
शो मस्ट गो ऑन कहते हुए नहीं की स्वयं की परवाह॥
2010 में पद्मश्री पुरस्कार का पाया था सम्मान।
कोरोना संक्रमण में परामर्शदाता आप तो थे एक वरदान॥
28 अप्रैल को आपको भी हुआ कोरोना संक्रमण।
स्वयं हारकर भी न जाने कितनों को जिताया जीवन का रण॥
आपका संघर्ष और पेशे के प्रति समर्पण सदैव रहेगा याद।
2020 से ही शुरू किया कोरोना बचाव का शंखनाद॥
कोरोना संक्रमण को नहीं समझे मज़ाक, यह देते सीख।
मार्गदर्शन के समय नहीं देखे आपने दिन, वार और तारीख॥
मरीजों के लिए तो सोशल मीडिया पर आप थे संकट मोचक स्वरूप।
नाम के अनुरूप ही सलाह देकर बने कृष्ण का रूप॥
हर क्षण, हर पल मार्गदर्शन को रहते सदैव तैयार।
सर्वहिताय व सर्वसुखाय तो था आपका उन्नत विचार॥
आईएमए के अध्यक्ष भी रहे थे डॉ. अग्रवाल।
वर्ष भर सुलझाए न जाने कितने कोरोना पर उठे सवाल॥
दिया संदेश की नया वेरिएंट है अत्यंत खतरनाक।
बचाव की दिशा में लगाए रखना है हमें मास्क॥
सकारात्मक विचारों के अचूक नुस्खे थे आपके पास।
आपका सानिध्य पाकर जनमानस ने नहीं छोड़ी जीवन की आस।।
निमोनिया, प्लाज्मा थैरेपी, ब्लैक फंगस पर भी किया ज्ञानवर्धन।
पीड़ित वर्ग की दुआओं का आपने बटोरा निःस्वार्थ धन॥
वरिष्ठ हृदयरोग विशेषज्ञ हमेशा करते जनमानस को जागरूक।
देश की जनता का आपके जाने से मन हो गया व्यथित और भावुक॥
कोरोना काल में यूट्यूब चैनल से की हर वर्ग की मदद।
आपके जैसे डॉक्टर ही बढ़ाते है इस पेशे का कद॥
हम सभी सदैव रहेंगे हृदय से आपके ऋणी।
कोरोना त्रासदी में आपके परामर्श तो थे समतुल्य संजीवनी॥
चिकित्साजगत और मानवता के सच्चे प्रहरी को हृदय से नमन।
डॉ. रीना कहती, अपूरणीय क्षति है डॉ. के. के. अग्रवाल का निधन॥
डॉ. रीना रवि मालपानी (कवयित्री एवं लेखिका)