बच्चों पर दबाव नहीं आत्मविश्वास जगाएं- प्रधानमंत्री
'परीक्षा पे चर्चा' के दौरान पीएम मोदी ने आज यानी बुधवार को छात्रों और अभिभावकों से बात की। पीएम ने कहा कि खाली समय एक अवसर है आपके दिनचर्चा में खाली समय के पल होने ही चाहिए नहीं तो जिंदगी रोबोट की तरह हो जाती है। खाली समय पर कुछ ऐसा करें जिससे आपको सुख मिले। परीक्षा पर चर्चा के दौरान पीएम ने कहा कि बच्चों का आकलन परीक्षा के नतीजों तक ही सीमित हो गया है अंकों के अलावा भी बच्चों में कई ऐसी चीजें होती है जिन्हें अभिभावक देख नहीं पाते। उन्होंने कहा कि परीक्षा एक प्रकार से लंबी जिंदगी जीने का अवसर है, दिक्कत तब होती है जब हम परीक्षा को जीवन मरण का सवाल बना देते हैं। प्रधानमंत्री ने अभिभावकों से कहा कि हमें बच्चों पर दबाव नहीं बढ़ाना चाहिए, अगर बाहर का दबाव खत्म हो गया तो परीक्षा का दबाव कभी महसूस नहीं होगा। बच्चों को घर में तनाव मुक्त जीना चाहिए। छात्रों से प्रधानमंत्री ने कहा कि परीक्षा हॉल में हमेशा मन को शांत करके जाइए अपनी सारी टेंशन को बाहर छोड़ कर जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि आपको एग्जाम का डर नहीं होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए छात्रों और अभिभावकों के साथ परीक्षा पे चर्चा की।