पाकिस्तान की संस्था दावते इस्लामी कानपुर में करा रही धर्म परिवर्तन - सूफी इस्लामिक बोर्ड

धर्म परिवर्तन की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय प्रवक्ता ने डीसीपी को ज्ञापन सौंप कर जांच की मांग की

पाकिस्तान की संस्था दावते इस्लामी कानपुर में करा रही धर्म परिवर्तन - सूफी इस्लामिक बोर्ड
कानपुर, 29 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के कानपुर में रहने वाले सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता सूफी मो. कौसर हसन मजीदी ने पाकिस्तान की संस्था दावते इस्लामी पर धर्म परिवर्तन कराये जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले को लेकर मंगलवार को कानपुर साउथ डीसीपी रवीना त्यागी से उनके कार्यालय में मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने प्रकरण में उचित कार्रवाई की मांग की। 
 
सूफी कौसर ने डीसीपी को ज्ञापन देते हुए कहा कि कानपुर नगर के विभिन्न हिस्सों में पाकिस्तान की संस्था दावते इस्लामी धर्म परिवर्तन के कई मामलों में संलिप्त पाई गई है। जिसके खिलाफ उन्होंने पूर्व में भी शिकायत की थी। उन शिकायतों पर जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए। 
 
चंदा इकठ्ठा कर आंतक को देते हैं बढ़ावा
सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता सूफी मो. कौसर हसन मजीदी ने बताया कि, शहर के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में पाकिस्तान की यह संस्था लगातार एक्टिव है और विभिन्न स्थानों पर पारदर्शी डिब्बे लगाकर इस संस्था द्वारा धन इकट्ठा किया जा रहा है। इस धन का इस्तेमाल पाकिस्तान के मदनी चैनल की आड़ में आतंक को बढ़ावा (प्रोमोट) करने के लिए किया जाता है। इस विषय पर भी कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है।
 
कट्टरपंथी विचाराधारा वाले करते नापाक हरकतें 
कानपुर के नौबस्ता में एक परिवार द्वारा धर्म परिवर्तन करवाने का दबाव बनाये जाने के अरोपों के जवाब में उन्होंने कहा कि देश में जहां-जहां भी इस कट्टरपंथी विचारधारा के लोग ज्यादा संख्या (तादाद) में हो जाते हैं, उन इलाकों में इस तरह की हरकतें सामने आती रहती हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मूकबधिर छात्र आदित्य के धर्म परिवर्तन करवाने का खुलासा होने के बाद कानपुर से इस तरह के कई मामले सामने आ रहे हैं। इसकी रोकथाम के लिए शासन, प्रशासन व पुलिस के साथ खुफिया एजेंसियों को सख्ती से रोकथाम के लिए कार्रवाई ​की जानी चाहिए।
धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए सूफीवाद को दे बढ़ावा
सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पाकिस्तान की संस्था दावते इस्लामी द्वारा बहुत बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन करवाने का काम किया जा रहा है। जिसके कई मामले कानपुर में भी सामने आये हैं। उन्होंने धर्म परिवर्तन के मामलों को रोकने के लिए सूफीवाद को बढ़ाने की बात कही।