तृणमूल ने ममता की याचिका पर सुनवाई करने वाले जज को बदलने की मांग की

तृणमूल कांग्रेस ने हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को लिखा पत्र

तृणमूल ने ममता की याचिका पर सुनवाई करने वाले जज को बदलने की मांग की
कोलकाता, 18 जून (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की नंदीग्राम मामले के याचिका की सुनवाई स्थगित होने के बाद अब तृणमूल ने जज को ही बदलने की मांग की है। तृणमूल ने मामले की सुनवाई करने वाले जज की भाजपा नेताओं के साथ की फोटो वायरल कर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को जज बदलने के लिए पत्र लिखा है।
 
दरअसल, ममता बनर्जी ने नंदीग्राम विधानसभा चुनाव की मतगणना में धांधली की जांच कराने की मांग वाली एक याचिका कलकत्ता हाई कोर्ट में दायर की है। शुक्रवार को न्यायमूर्ति कौशिक चंद्रा की बेंच ने इस पर 24 जून तक सुनवाई को टाल दिया है। सुनवाई टलने के बाद तृणमूल कांग्रेस ने न्यायाधीश के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। 
पार्टी ने जज कौशिक चंदा की तस्वीर जारी की, जिसमें वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मंच पर नज़र आ रहे हैं। मुख्य कार्यकारी न्यायाधीश राजेश बिंदल को लिखे पत्र में तृणमूल ने सिंगल बेंच जज कौशिक चंद्रा से न्याय मिलने पर संदेह व्यक्त किया है। इसी के साथ तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने बंगाल भाजपा नेतृत्व के साथ न्यायमूर्ति चंद्रा की तस्वीरें ट्वीट की हैं। इस तस्वीर के माध्यम से तृणमूल ने कई सवाल उठाए हैं। पार्टी के नेता कुणाल घोष ने ट्वीट करते हुए कहा कि, 'न्यायपालिका के प्रति सम्मान के साथ : जस्टिस कौशिक चंद्रा, उन्हें नंदीग्राम मामले की सुनवाई का जिम्मा सौंपा गया है।' कुणाल घोष ने इस कैप्शन के साथ एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें कथित तौर पर न्यायमूर्ति कौशिक, भाजपा के बंगाल प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के साथ मंच पर बैठे नज़र आ रहे हैं। वहीं, तृणमूल सांसद डेरेक ओ'ब्रायन ने ट्वीट करते हुए एक तस्वीर शेयर की है।
इस तस्वीर को साझा करते हुए डेरेक ने लिखा कि 'वह व्यक्ति कौन है, जो दोनों तस्वीरों में मौजूद है। क्या वह कलकत्ता हाई कोर्ट के जस्टिस कौशिक चंद्रा हैं। क्या उन्हें नंदीग्राम चुनाव मामले की सुनवाई के लिए नियुक्त किया गया है।