महिलाओं ने रखा सकट चौथ का व्रत, मांगा संतान के सुखी जीवन का आशीर्वाद
माघ कृष्ण पक्ष की चौथ को रखा जाता है यह व्रत
लखनऊ, 10 जनवरी । महिलाओं ने आज यानि माघ मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी, मंगलवार को सकट चौथ का व्रत रखा और श्रीगणेश देव की पूजा। यह व्रत संतान की मंगल कामना के साथ रखा जाता है। हालांकि पुराणों में गणेश देव सुख-सौभाग्य, समृद्धि, शुभत्व के देव माने गए हैं। गणेश देव को विघ्नहर्ता और संकटमोचक भी कहा गया है। इस कारण से इन देव की पूजा और भक्ति से सुख-समृद्धि आती है। जीवन में दुखों का नाश होता है और सुखों में वृद्धि होती है।
महिलाओं ने सुबह से व्रत रखा, शाम को सूर्यास्त के बाद गणेश की देव की पूजा की। विधि-विधान से पूजा कर गणेश देव को कालेतिल, रामदाने के लड्डु, और शकरकंदी चढ़ाई। इसके अलावा कहीं पूजा में भुने हुए तिल और गुड़ का पहाड़ बनाया गया तो किन्हीं परिवारों में बकरा बनाया गया । पूजा में दूब से बकरे के सिर को अलग कर दिया जाता है। पूजा के अंत में गणेश से आशीर्वाद मांगा।
लोगों ने अपनी रीति के अनुसार पूजा की। गणेश देव की पूजा के बाद रात को चंद्रमा के उदय होने पर अर्ध्य देेेकर व्रत पूर्ण किया। गणेश जी पूजा के बाद चंद्रमा के दर्शन को फलदायी बताया गया है।