महिलाएं आत्मबल से ला सकती हैं कुटीर उद्योगों में क्रांति : सिद्धार्थ नाथ सिंह
महिलाएं आत्मबल से ला सकती हैं कुटीर उद्योगों में क्रांति : सिद्धार्थ नाथ सिंह
प्रयागराज, 29 जनवरी । महिलाओं को अपने हुनर को स्वयं पहचानना होगा और अपना उद्यम लगाकर लोगों को रोजगार देने का संकल्प लेना होगा। महिलाएं समूह में एकजुट होकर एक लक्ष्य बनाकर चलें तो प्रदेश सरकार हर संभव सहायता के लिए कृत संकल्पित है। महिलाएं आत्मबल के जरिए कुटीर उद्योगों में क्रांति ला सकती हैं।
यह बातें पूर्व कैबिनेट मंत्री व शहर पश्चिमी विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी प्रशिक्षण केंद्र मंदर, भगवतपुर में ललिता शास्त्री स्नेही सेवा संस्थान की महिला समूहों को सम्बोधित करते हुए कहीं। उन्होंने महिला समूह के साथ बैठ कर महिलाओं की बात को सुना। महिलाओं ने बताया कि हम उद्यम लगाना चाहते हैं।उद्यम के जरिए कई महिलाओं को रोजगार देकर जीवन में खुशहाली लाने का संकल्प है। सिलाई करने, पापड़ बनाने, आलू का चिप्स, डेयरी उद्योग, मसाला, वाशिंग पाउडर बनाने आदि क्षेत्रों में उद्यम स्थापित करने की बातें महिलाओं ने कहीं। साथ ही पैकेजिंग और मार्केटिंग भी करने में हिस्सा बनने को तैयार है। इस कार्य में महिलाओं को बड़ी कठिनाइयां है। बाजार में बेचने की प्रतिस्पर्धा है जहां हम महिलाओं के हाथों से निर्मित वस्तुओं को अच्छा वेंडर नहीं मिल पाता है। शिवानी शर्मा ने कहा कि चप्पल उद्योग मैंने आगे बढ़कर बैंक से लोन लेकर व्यापार शुरू किया, मगर प्रतिस्पर्धा में पिछड़ रहे हैं। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि हम कठिनाइयों का समाधान करेंगे।
सहायक उद्योग अधिकारी अमित शुक्ल ने केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा चल रही योजनाओं से रूबरू कराया और कहा कि सरकार आपके द्वार पर खड़ी है। बैंक भी उद्यमियों की मदद के लिए तैयार है। इस मौके पर ललिता शास्त्री स्नेही सेवा संस्थान की अध्यक्ष डॉ. नीता सिंह, भाजपा कोषाध्यक्ष राम लोचन साहू, सोनी रखमानी, विवेक दुबे, बीएमएम आराधना पाण्डेय, बीएमएम मोहम्मद जावेद, प्रधान श्रीप्रकाश तिवारी, रंजीव सिंह पटेल, प्रीति रविदास, गुड्डी सिंह, शिवानी शर्मा, सरोज भारतीया, मीरा भारतीया, अनिता देवी, माया देवी, कमला पटेल, नीलम पटेल, संगीता कुशवाहा, मीडिया प्रभारी दिनेश तिवारी आदि उपस्थित रहे।