वाराणसी: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के विरोध में दो दिवसीय हड़ताल शुरू
बैंक शाखाओं के मुख्य गेट नहीं खुले, नकदी निकासी से लेकर जमा, व्यापार लेन-देन, ऋण प्रक्रिया, चेक समाशोधन सहित सभी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित
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वाराणसी, 16 दिसम्बर । यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के विरोध में दो दिवसीय राष्ट्र व्यापी हड़ताल आज से शुरू हो गई। हड़ताल के पहले दिन जिले में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के मुख्यद्वार के ताले भी नहीं खुले। हड़ताली बैंककर्मी सुबह 09 बजे के बाद से ही अपने-अपने शाखा के बाहर जुट गये। सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शनकर जमकर नारेबाजी की।
इसके बाद यूनियन बैंक आफ इंडिया, क्षेत्रीय कार्यालय परिसर में जुटे कर्मचारियों ने जमकर प्रदर्शन के बाद जुलूस भी निकाला। हड़ताल में यूनियन बैंक, स्टेट बैंक, पीएनबी, इंडियन बैंक और केनरा बैंक आदि के कर्मचारी शामिल हैं। हड़ताल का समर्थन बैंकों अफसरों के संगठन ने भी किया है। बैंक कर्मियों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन एलआइसी मजदूर संघ, डिविजन इंश्योरेंस एंप्लायस एसोसिएशन ने भी किया है। बीमा कर्मी एलआइसी मुख्यालय गौरीगंज भेलूपुर कार्यालय परिसर में लामबंद होकर प्रदर्शन करते नजर आये। बैंक कर्मियों की हड़ताल से नकदी निकासी से लेकर जमा, व्यापार लेन-देन, ऋण प्रक्रिया, चेक समाशोधन, खाता खोलने और व्यावसायिक लेन-देन तक सभी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हुई हैं। एटीएम से लेन-देन जारी है।
बतादें कि केंद्र सरकार ने बजट सत्र के दौरान संसद में दो राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजीकरण करने समेत वर्तमान शीत कालीन सत्र में इससे संबंधित बिल लाने की घोषणा की है। बैंक यूनियन के पदाधिकारियों के अनुसार यह हड़ताल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के सरकार के फैसले के खिलाफ है।