उत्तर प्रदेश- कोरोनाकाल में खेल प्रशिक्षकों पर बेरोजगारी की मार
कोरोना की मार उत्तर प्रदेश के खेल प्रशिक्षकों पर भी पड़ी है। 450 संविदा प्रशिक्षकों को निकाल दिया गया है। इन प्रशिक्षकों का कहना है कि ऑटो रिनअुल 1 अप्रैल 2020 को होना था जिसकी जानकारी जिले के सभी अधिकारियों ने 20 फरवरी 2020 को खेल निदेशक आरपी सिंह के पास भेज दी गई थी लेकिन 15 महीने बाद भी खेल विभाग ने प्रशिक्षकों का रिनअुल नहीं किया। कोरोना महामारी के दौरान कोई मदद नहीं की जिससे खेल प्रशिक्षकों का परिवार भुखमरी की कगार पर है। कई प्रशिक्षक इस दौरान सब्जी का ठेला लगाने को मजबूर हैं। सरकार की तरफ से ऐसा ही चलता रहा तो देश में कौन नए खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देगा। और आने वाले समय कोई भी प्रशिक्षक बनने की नहीं सोचेगा।
खेल प्रशिक्षकों की बेरोजगारी को लेकर विपक्षी नेता भी सरकार पर हमला बोल रहे हैं।