इविवि : नई शिक्षा नीति के तहत सात एवं व्यक्तित्व विकास के नौ नए कोर्स शुरू
इविवि : नई शिक्षा नीति के तहत सात एवं व्यक्तित्व विकास के नौ नए कोर्स शुरू
प्रयागराज, 06 जुलाई । केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति की पहल को लेकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शुरू किए गए नए कोर्स के बारे में कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत सात नए कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही व्यक्तित्व विकास के लिए नौ नए वैकल्पिक पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं।
गुरुवार को मीडिया से रूबरू होते हुए कुलपति ने कहा कि नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए शैक्षणिक सत्र 2023-24 में विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुसार जो पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है उनमें पहला सेंटर ऑफ कम्प्यूटर एजुकेशन एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (आईपीएस) के अंतर्गत डाटा साइंस में पांच वर्षीय एकीकृत बीसीए और एमसीए, व्यवहार और संज्ञानात्मक विज्ञान केंद्र (सीबीसीएस) के अंतर्गत संज्ञानात्मक विज्ञान (सीएससी) में एमएससी, परिवार एवं सामुदायिक विज्ञान में पांच वर्षीय एकीकृत कार्यक्रम प्रमुख क्षेत्र (कपड़ा और परिधान, खाद्य और पोषण तथा मानव विकास) तथा परिवार एवं सामुदायिक विज्ञान विभाग के अंतर्गत मानव विकास में बीएससी और एमएससी, भूगोल विभाग और पर्यावरण विज्ञान केंद्र के अंतर्गत आपदा प्रबंधन और पर्यावरण अध्ययन में पांच वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम, बीएएलएलबी (ऑनर्स) पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स, पांच वर्षीय एमबीए (मोनिरबा) सीयूईटी के माध्यम से प्रवेश और दक्षता पाठ्यक्रम-व्यक्तित्व विकास वैकल्पिक पाठ्यक्रम शामिल है।
कुलपति ने व्यक्तित्व विकास के लिए 9 नए वैकल्पिक पाठ्यक्रम के बारे में बताया कि संगीत में तबला, सितार और गायन, खेल-बास्केट बॉल, टेनिस, हॉकी और क्रिकेट, एनसीसी-नौसेना और सेना, संविधान के तत्व, मानसिक स्वास्थ्य, वित्तीय बाजार (मूलभूत समझ), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में अन्वेषण, फिल्म और थिएटर (मूलभूत तकनीकी) और चिकित्सीय पोषण एवं योग है।
यूरोपीय भाषाएं फ्रेंच, रूसी और जर्मन है, जिसमें विद्यार्थी क्षमता 40 है। प्राच्य भाषाएं उर्दू, संस्कृत और अंग्रेजी है, इसमें भी विद्यार्थी क्षमता 40 है। इसके लिए 2 नए लैंग्वेज लैब खोले गए है। उन्होंने बताया कि नवीन पाठ्यक्रम नवीन शुल्क, रोजगार उन्मुख पाठ्यक्रम पर केंद्रित, विद्यार्थी आदान प्रदान कार्यक्रम संवर्धन, एक्सपोजर फील्ड दौरा, शैक्षिक भ्रमण का आयोजन,समूह चर्चा का आयोजन, सेमिनार का आयोजन, विद्यार्थी के व्यक्तित्व विकास आदि के लिए प्रदर्शन का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि अगस्त माह से सत्र प्रारम्भ किया जाएगा।