यूपी टीईटी पेपर लीक मामला : एसटीएफ ने शामली से एक और आरोपित को पकड़ा

यूपी टीईटी पेपर लीक मामला : एसटीएफ ने शामली से एक और आरोपित को पकड़ा

यूपी टीईटी पेपर लीक मामला : एसटीएफ ने शामली से एक और आरोपित को पकड़ा

शामली, 17 दिसम्बर । उप्र शिक्षक पात्रता (यूपीटीईटी) परीक्षा लीक करने वाले गिरोह पर यूपी एसटीएफ का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। शुक्रवार को मेरठ एसटीएफ इकाई ने शामली से गिरोह के एक और सदस्य को गिरफ्तार किया है। इससे पहले आलमबाग से संतोष चौरसिया को गिरफ्तार किया था।

मेरठ एसटीएफ में पुलिस उपाधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि शामली बस अड्डे से विकास पवार उर्फ ताऊ को गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से यूपी टीईटी परीक्षा का प्रश्न पत्र, 1700 रुपये नगद बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि 28 नवम्बर को उत्तर प्रदेश राज्य के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर आयेजित होने वाली सहायक अध्यापक पात्रता परीक्षा-2021 के प्रश्न पत्र को अवैध तरीके से अभ्यर्थियो को लाभ पहुंचाने के लिए भारी मात्रा में धन लेकर प्रश्न पत्र आउट कराने की एसटीएफ को सूचना मिली थी। इस पर एसटीएफ की विभिन्न टीमों ने अलग-अलग जनपदों में कुल 10 मुकदमे दर्ज किये थे।

इसी के तहत एक जनपद शामली के कोतवाली में कोतवाली मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें अभियुक्त धर्मेन्द्र मलिक, रवि पवॉर उर्फ बन्टी, मनीष मलिक उर्फ मोनू, गौरव कुमार और राहुल चौधरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था जबकि विकास पवार फरार चल रहा था।

पूछताछ में उसने बताया कि 28 नवम्बर को होने वाली यूपी टीईटी की परीक्षा की द्वितीय पाली के लीक पेपर के ग्यारह सेट फोटो कापी उसने अजीत उर्फ बिटटू व हरियाणा निवासी सुमित को परीक्षा से एक दिन पहले सुबह को सात लाख रुपये में लिये थे। साथ ही पेपर सेट देने की उसकी मनीष उसके साथियों से बात हो गयी थी कि आउट पेपर के बदले मुझे दो लाख रुपये देना और बाकी बचत के पैसे बाद में बांट लेंगे।

जब वह इनको लेने गाजियाबाद के लोनी बस स्टैंड पहुंचा तो पुलिस के डर से पेपर सेट की दस सेट फोटो कापी राहुल को दिए थे और उससे दो लाख रुपये ले लिये। जब मुझे पता लगा कि पुलिस ने इन लोगों को पकड़ लिया है तो वह डर कर भाग गया था। पकड़े गए अभियुक्त को कोतवाली पुलिस के सुपुर्द किया गया है।