यूपी बोर्ड : उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन अंतिम चरण में, बचीं 82 लाख कापियां
प्रदेश के 258 केंद्रों पर सवा लाख परीक्षक जांच रहे कापियां
प्रयागराज, 25 मार्च । यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटर की कापियों का मूल्यांकन अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। अब तक करीब तीन चौथाई कापियां जंच चुकी है। मूल्यांकन अवधि एक अप्रैल तक रखी गई है। कुल 3 करोड़ 19 लाख कापियों का मूल्यांकन होना है। शनिवार तक 2,36,51,382 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूरा हो चुका है। कई विषयों की कापियों का मूल्यांकन समाप्ति की ओर है। शनिवार को मूल्यांकन केंद्रों पर 80,000 से अधिक परीक्षकों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
उल्लेखनीय है कि बोर्ड कापियों का मूल्यांकन कार्य गत 18 मार्च से शुरू हुआ था। शनिवार तक आठ दिन में कापियों का मूल्यांकन कार्य काफी तेज गति से हुआ। सवा लाख से अधिक परीक्षको ने इस अवधि तक 2 करोड़ 36 लाख से अधिक कापियों का मूल्यांकन पूरा कर दिया। इस बार के प्रशिक्षण माड्यूल ने कापियों के मूल्यांकन में परीक्षकों को काफी सहूलियत दी है। इस वजह से कापियों के मूल्यांकन में परीक्षकों को कही से कोई दिक्कत नहीं आई। मूल्यांकन केंद्रों पर बेहतर माहौल की वजह से भी इस बार परीक्षकों ने पूरे उत्साह से बिना शोर शराबे की कापियां जांचने में सहयोग दिया।
बता दें कि, हाईस्कूल एवं इंटर परीक्षा में कुल 58,85,745 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए कुल 258 मूल्यांकन केंद्रों बनाए गए हैं। जिसमें 83 राजकीय एवं 175 सहायता प्राप्त स्कूल हैं। इन केंद्रों पर हाईस्कूल की 1.86 करोड़ एवं इंटर की 1.33 करोड़ समेत कुल 3 करोड़ 19 लाख कापियां है। प्रदेश के सभी मूल्यांकन केंद्रों पर शनिवार तक कुल 2,36,51,342 कापियों का मूल्यांकन हो चुका है। कापियों का मूल्यांकन जिस गति से हो रहा है संभावना है कि निर्धारित समय से पहले ही यह कार्य समाप्त हो जाए।
बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि मूल्यांकन कार्य की प्रगति बेहतर है। परीक्षक इस कार्य में पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं। स्टैटिक मजिस्ट्रेट और पर्यवेक्षक भी अपने कार्य में सतत लगे हुए हैं। कापियों को रेडण्म तरीके ही वितरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कापियों का मूल्यांकन पूरा होते ही परीक्षाफल की तैयारी शुरू हो जाएगी।
--गूगल मीट से किया मूल्यांकन की समीक्षा
बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने शनिवार को गूगल मीट के माध्यम से प्रदेश के सभी डीआईओएस के साथ मूल्यांकन कार्य की समीक्षा की। उन्होंने सभी को निर्देश दिया कि मूल्यांकन कार्य को जल्द पूरा कराया जाए। उन्होंने मूल्यांकन केंद्रों पर डीआईओएस से पैनी निगाह रखने की बात कही।