प्रयागराज: ज्वाला देवी में तिलक एवं आजाद की जयंती धूमधाम से मनाई

बाल गंगाधर तिलक भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के जनक

प्रयागराज: ज्वाला देवी में तिलक एवं आजाद की जयंती धूमधाम से मनाई

प्रयागराज, 23 जुलाई । विद्या भारती से सम्बद्ध ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज गंगापुरी रसूलाबाद में शुक्रवार को रज्जू भैया सभागार में बाल गंगाधर तिलक एवं चंद्रशेखर आजाद की जयंती कार्यक्रम बड़े धूमधाम से मनाई गयी।

इस अवसर पर विद्यालय के सामाजिक विज्ञान के अध्यापक अभय श्रीवास्तव ने दोनों ही महापुरुषों के जीवन पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए कहा कि बाल गंगाधर तिलक भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के जनक के रूप में जाने जाते हैं। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के पहले नेता बाल गंगाधर तिलक बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्हें इतिहास, संस्कृत, खगोलशास्त्र एवं गणित में महारथ हासिल थी। लोग प्यार से उन्हें लोकमान्य कहकर पुकारते थे। स्वतंत्रता के समय उन्होंने कहा था श्स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और हम इसे लेकर ही रहेंगे’। इस नारे ने बहुत से लोगों को प्रोत्साहित किया था। बाल गंगाधर पूरी तरह से महात्मा गांधी का समर्थन नहीं करते थे। उनके हिसाब से अहिंसा सत्याग्रह पूरी तरह से अपनाना सही नहीं है। जरूरत पड़ने पर आपको हिंसा का उपयोग करना पड़ता है।

उन्होंने चंद्रशेखर आजाद के विषय में कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के क्षेत्र में चंद्रशेखर आजाद ने वीरता की नई परिभाषा लिखी थी। उनके बलिदान के बाद उनके द्वारा प्रारम्भ किया गया आंदोलन और तेज हो गया। उनसे प्रेरणा लेकर हजारों युवक स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े। आज जो हम स्वतंत्र रूप से इस भारतवर्ष में अपने अधिकारों का प्रयोग करते हैं वह ऐसे ही महापुरुषों की देन है जो आज हम स्वतंत्र देश के नागरिक हो सके।

विद्यालय के प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्र ने कार्यक्रम की उपादेयता को बताते हुए कहा कि हमें ऐसे महापुरुषों से जो प्रेरणा मिलती है, उसे आत्मसात करते हुए सदैव देश व समाज के लिए समर्पित रहना चाहिए।

हम जब इस प्रकार के कार्यों को करते हैं तो हमारे अंदर सदैव देशभक्ति की भावना जगती रहती है और हम सदैव देश के लिए कुछ न कुछ योगदान दे सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन रीता विश्वकर्मा ने किया।