कुशीनगर में टॉफी से चार बच्चों की मौत मामले में तीन हिरासत में

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मामले की जांच के दिए आदेश

कुशीनगर में टॉफी से चार बच्चों की मौत मामले में तीन हिरासत में

कुशीनगर, 23 मार्च । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के कसया थाना क्षेत्र के ग्राम कुड़वा दिलीपनगर के सिसई टोला में बुधवार को जहरीली टॉफी खाने से चार बच्चों की मौत के मामले में तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। मामले की संवेदनशीलता के मद्देनजर गोरखपुर क्षेत्र के एडीजी अखिल कुमार ने मामले की जांच की निगरानी अपने हाथ में ले ली है।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुःख जताते हुए पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्साधिकारी को जांच कर तत्काल रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री की सक्रियता के कारण एडीजी गोरखपुर अखिल कुमार ने मामले की जांच की निगरानी खुद अपने हाथ में ले ली है। मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुरूप जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने तहसील प्रशासन को पीड़ित परिवार को सहायता के लिए प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया। एसडीएम वरुण कुमार पांडेय ने कहा कि पीड़ित परिवार को सहायता के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है।

पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र पटेल ने कहा कि मामले की सघन जांच जारी है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा। घटनास्थल पर एडीजी की मौजूदगी में फोरेंसिक एवं डॉग स्क्वॉड की टीम ने जांच शुरू कर दी। मौके पर जिलाधिकारी एस. राजलिंगम भी पहुंचे और वस्तुस्थिति की जानकारी हासिल की। दूसरी तरफ पुलिस का डॉग स्क्वॉड घटनास्थल से तीन अलग-अलग व्यक्तियों के घरों में गया। उन तीन लोगों को पुलिस ने तत्काल हिरासत में ले लिया। तीनों संदिग्धों को अज्ञात स्थान पर रखा गया। खोजी कुत्ते पुनः तीनों संदिग्धों के पास पहुंच गए। पुलिस पकड़े गए संदिग्धों को थाने लाकर पूछताछ कर रही है। पूछताछ में संदिग्धों ने सच्चाई बयां नहीं की है।

मृत बच्चों के परिजनों ने पकड़े गए संदिग्धों- प्रेम एवं बाला पुत्र जोगेंद्र और चावस पुत्र राजबली के विरुद्ध तहरीर दी है। तहरीर में पुरानी दुश्मनी के कारण इस घटना को अंजाम देने की बात कही गयी है। पुख्ता जांच के लिए पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट, बिसरा रिपोर्ट एवं फोरेंसिक जांच रिपोर्ट का इंतजार है। इस घटना में गांव के रसगुल की पुत्री संजना (6 वर्ष), स्वीटी (3 वर्ष), समर (2 वर्ष) और बालेसर के पुत्र आरुष (5 वर्ष) की मौत हो गई। मृत बच्चे अनुसूचित जनजाति लथार परिवार से आते हैं।

पीड़ित परिवारों के घरों के सामने एक पोटली में जहरीली टॉफी सहित एक-एक के नौ सिक्के फेंके गए थे। सुबह सोकर उठने के बाद बच्चों की नजर सबसे पहले पोटली पर पड़ी थी। बच्चों ने अपनी दादी को पोटली दिखाई और टॉफी खाने की बात कही। दादी के हां कहते ही बच्चों ने टॉफी खा ली। देखते ही देखते दादी के नजर के सामने ही चारों बच्चे अचेत हो गए। दादी के शोर मचाने पर लोग जुटे और बच्चों को लेकर हॉस्पिटल पहुंचे। चिकित्सकों ने बच्चों को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद गांव में कोहराम मच गया।

चिकित्सकों के अनुसार टॉफी में जहर मिलाया गया था। जहर इस कदर प्रभावी था कि बच्चों ने सुबह 6.10 पर टॉफी खाई और 5-10 मिनट में ही अचेत हो गए। उनको 10 किमी दूर कसया हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद शवों को पुलिस ने दाह संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया। गांव में दहशत का माहौल है। प्रारम्भिक छानबीन में घटना को किसी अंधविश्वास या तंत्र-मंत्र के कारण घटित होना नहीं पाया गया है।