आज के परिवेश में सनातन धर्म के संरक्षण की जरूरत : सरजूदास
आज के परिवेश में सनातन धर्म के संरक्षण की जरूरत : सरजूदास
प्रयागराज, 23 सितम्बर । सनातन धर्म के संरक्षण की आज के परिवेश में बहुत अधिक जरूरत है, क्योंकि जिस तरह से असामाजिक तत्व सनातन धर्म पर हमला कर रहे हैं, उसको देखते हुए अब जरूरत हो गयी है कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
यह बातें महामंडलेश्वर स्वामी सरजूदास महाराज बीकानेर ने शनिवार को प्रयागराज के कटघर में कही। उन्होंने बताया कि श्री राम कथा और 108 कुंडीय श्री रामचरितमानस महायज्ञ का शुभारम्भ 19 नवम्बर से होने जा रहा है, जो 27 नवम्बर तक चलेगी। इसके पूर्व विशाल कलश यात्रा 18 नवम्बर को सुबह 10 बजे से कार्यक्रम स्थल से निकल जाएगी। इसमें बड़ी संख्या में शिष्य गण कलश के साथ शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि यह महायज्ञ विश्व कल्याण, पर्यावरण संरक्षण एवं सनातन धर्म के संरक्षण के लिए इस कथा का आयोजन हो रहा है। यह कथा तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज के मुखारविंद से होगी। इसमें जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती सहित देश के कई प्रमुख संत, महात्मा शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में लोग परिवार सहित कथा में शामिल होकर पुण्य अर्जित करें। बीकानेर के महंत भगवानदास महाराज ने जगद्गुरु वासुदेवानंद सरस्वती को श्रीराम कथा में शामिल होने का आमंत्रण पत्र दिया। इस पर जगद्गुरु ने कथा में शामिल होने की सहमति दे दी है।